मौसमी बीमारियों का सजगता से करें उपचार : मीणा
अजमेर । संभागीय आयुक्त हनुमान सहाय मीणा की अध्यक्षता में बुधवार को संभाग में मौसमी बीमारियों एवं फ्लेगशिप योजनाओं की समीक्षा बैठक सम्पन...
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उन्होंने कहा कि मौसमी बीमारियों के प्रकोप सामने आने से पूर्व ही क्षेत्र में सम्पूर्ण तैयारियां अमल में लायी जानी चाहिए। डेंगू, स्वाइन फ्लू, मलेरिया, वायरल, चिकनगूनिया, स्क्रब टाईफस तथा र्बउ फ्लू जैसी बीमारियों की रोकथाम के लिए सर्वे कराया जाना चाहिए। सर्वे के लिए सूपरवाईजर की अगुवाई में दल बनाकर घर-घर से मरीजों की सूचनाएं एकत्र कर उनका समूचित उपचार किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मच्छरों से फैलने वाली बीमारियों से बचाव के लिए स्थानीय स्तर पर जागरूकता पैदा की जानी चाहिए। चिकित्सा विभाग को स्थानीय प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित करके फोगिंग के द्वारा क्षेत्र को मच्छर मुक्त करने के प्रयास से रोगों को फैलने से रोका जा सकेगा। मच्छरों की दीनचर्या के अनुसार फोगिंग शाम के समय तब की जाए जब मच्छर अपने छुपने के स्थानों से बाहर आ जाए। फोगिंग के समय मच्छर घरों में घूसने का प्रयास करते है। इसलिए आसपास के घरों के खिड़की और दरवाजे बन्द करवाने की जागरूकता पैदा की जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि संभाग के समस्त जल स्त्रोतों का सैम्पल लिया जाना चाहिए। सैम्पल की समय -समय पर लैबोरेटरी में जांच आवश्यक है। जल स्त्रोतों के द्वारा सप्लाई होने वाले पेयजल का नियमानुसार क्लोरिनीकरण किया जाना चाहिए। संभाग के शत प्रतिशत बच्चों का टीकाकरण करने के लिए एएनएम के स्तर पर लक्ष्य निर्धारित करने चाहिए।
बैठक में आरोग्य राजसथान राजश्री योजना के साथ-साथ फ्लेगशिप योजनाओं पर भी विस्तार पूर्वक चर्चा की गई।
इस अवसर पर अतिरिक्त संभागीय आयुक्त के.के.शर्मा, जिला परिषद के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी संजय माथुर, चिकत्सा विभाग के संयुक्त निदेशक डाॅ. जी.एस.सिसोदिया, जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय के अधीक्षक डाॅ. पी.सी.वर्मा सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।