आरक्षण को लेकर अब हालात बिगड़ चुके हैं, इसे खत्म कर दिया जाना चाहिए : मनमोहन वैद्य
https://khabarrn1.blogspot.com/2017/01/reservation-should-be-finish-now-says-manmohan-vaidya-in-jlf-2017.html
जयपुर। पिछले दस सालों से हर साल आयोजित किए जाने वाला 'जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल' अक्सर हमेशा ही किसी कारण से सुर्खियों में आ ही जाता है। साहित्य का महाकुभ कहे जाने वाले इस फेस्टिवल के पिछले 9 आयाजनों में किसी न किसी वक्ता द्वारा कही गई बात अक्सर सुर्खियों में आती रही है और इस बार भी फेस्टिवल के दूसरे ही दिन ऐसा ही कुछ सामने आया है। दरअसल, फेस्टिवल में वक्ता के रूप में बोल रहे संघ से जुड़े मनमोहन वैद्य ने आरक्षण को खत्म कर दिए जाने की आवश्यकता जताई है।
राजधानी जयपुर के डिग्गी पैलेस में चल रहे जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के दूसरे दिन शुक्रवार को चरबाग में आयोजित अंतिम सेशन में 'सेफरोन एंड संघ' पर सेशन आयोजित किया। इस सेशन में प्रदेश की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी पहुंची थीं, जिनके साथ संघ से जुडे दत्तात्रेय होसबोले और मनमोहन वैद्य भी शामिल हुए। इस दौरान मनमोहन वेद्य ने आरक्षण को लेकर बड़ा बयान दिया और कहा कि आरक्षण को लेकर जो मौजूदा हालात है, वह सही नहीं है।
वैद्य ने आरक्षण को लेकर बड़ा बयान देते हुए कहा कि आरक्षण को लेकर जो मौजूदा हालात बन गए हैं, वे ठीक नहीं है। क्योंकि जिस समय पर आरक्षण की शुरूबात की गई थी, उस वक्त इसे उन पिछड़ी जातियों के लिए शुरू किया गया था, जिन्हें समाज में जगह नहीं मिल पा रही थी। लेकिन अब आरक्षण को लेकर हालात बिगड़ गए हैं और अब आरक्षण को खत्म कर दिया जाना चाहिए।
संघ विचारक का कहना है कि आरक्षण से अलगाववाद बढ़ता है। उन्होंने कहा कि एक वक्त के बाद आरक्षण को खत्म कर देना चाहिए। वैद्य की मानें तो सबको सामान अधिकार और सामान शिक्षा मिलनी चाहिए, इसलिए एक वक्त के बाद आरक्षण को खत्म कर देना चाहिए। इसके लिए बकायदा बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अंबेडकर भी हमेशा के लिए आरक्षण के पक्ष में नहीं थे।
गौरतलब है कि इससे पहले बिहार चुनाव से ठीक पहले संघ प्रमुख मोहन भागवत ने भी आरक्षण को खत्म करने को लेकर बयान दिया था, जिसे आरजेडी और जेडीयू ने चुनावी सभाओं में भुनाया और बीजेपी के खिलाफ माहौल बनाने में मदद मिली। इसके बाद बीजेपी को बिहार चुनाव में भारी नुकसान उठाना पड़ा था।
उल्लेखनीय है कि जयपुर में आयोजित हो रहा यह फेस्टिवल का 10वां सीजन है, जिसकी शुरुआत गुरुवार से ही हुई है। यह 5 फेस्टिवल दिनों तक चलेगा, जिसमें दुनियाभर के जाने-माने कलाकार, लेखक, नोबल पुरस्कार विजेता, बुकर-पुलित्जर पुरस्कार विजेता हिस्सा लेंगे।
राजधानी जयपुर के डिग्गी पैलेस में चल रहे जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के दूसरे दिन शुक्रवार को चरबाग में आयोजित अंतिम सेशन में 'सेफरोन एंड संघ' पर सेशन आयोजित किया। इस सेशन में प्रदेश की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी पहुंची थीं, जिनके साथ संघ से जुडे दत्तात्रेय होसबोले और मनमोहन वैद्य भी शामिल हुए। इस दौरान मनमोहन वेद्य ने आरक्षण को लेकर बड़ा बयान दिया और कहा कि आरक्षण को लेकर जो मौजूदा हालात है, वह सही नहीं है।
वैद्य ने आरक्षण को लेकर बड़ा बयान देते हुए कहा कि आरक्षण को लेकर जो मौजूदा हालात बन गए हैं, वे ठीक नहीं है। क्योंकि जिस समय पर आरक्षण की शुरूबात की गई थी, उस वक्त इसे उन पिछड़ी जातियों के लिए शुरू किया गया था, जिन्हें समाज में जगह नहीं मिल पा रही थी। लेकिन अब आरक्षण को लेकर हालात बिगड़ गए हैं और अब आरक्षण को खत्म कर दिया जाना चाहिए।
संघ विचारक का कहना है कि आरक्षण से अलगाववाद बढ़ता है। उन्होंने कहा कि एक वक्त के बाद आरक्षण को खत्म कर देना चाहिए। वैद्य की मानें तो सबको सामान अधिकार और सामान शिक्षा मिलनी चाहिए, इसलिए एक वक्त के बाद आरक्षण को खत्म कर देना चाहिए। इसके लिए बकायदा बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अंबेडकर भी हमेशा के लिए आरक्षण के पक्ष में नहीं थे।
गौरतलब है कि इससे पहले बिहार चुनाव से ठीक पहले संघ प्रमुख मोहन भागवत ने भी आरक्षण को खत्म करने को लेकर बयान दिया था, जिसे आरजेडी और जेडीयू ने चुनावी सभाओं में भुनाया और बीजेपी के खिलाफ माहौल बनाने में मदद मिली। इसके बाद बीजेपी को बिहार चुनाव में भारी नुकसान उठाना पड़ा था।
उल्लेखनीय है कि जयपुर में आयोजित हो रहा यह फेस्टिवल का 10वां सीजन है, जिसकी शुरुआत गुरुवार से ही हुई है। यह 5 फेस्टिवल दिनों तक चलेगा, जिसमें दुनियाभर के जाने-माने कलाकार, लेखक, नोबल पुरस्कार विजेता, बुकर-पुलित्जर पुरस्कार विजेता हिस्सा लेंगे।