सेना भर्ती परीक्षा में अब नहीं होगी भीड़भाड़, सिर्फ ऑनलाइन ही होगी लिखित परीक्षा
https://khabarrn1.blogspot.com/2016/07/force-recruitment-exam-will-no-longer-congested-written-test-will-be-online-only-now.html
नई दिल्ली। सेना में सिपाही बनने की इच्छा रखने वाले अभ्यर्थियों के लिए राहत की खबर है, क्योंकि भर्ती के लिए होने वाली परीक्षाओं में अब परीक्षार्थियों को भीड़भाड़ की समस्या से दो—चार नहीं होना पड़ेगा। अब ये परीक्षाएं सिर्फ आॅनलाइन ही लिए जाने का फैसला किया गया है। परीक्षा के दौरान लगने वाली परीक्षार्थियों की भारी भीड़ से होने वाली समस्या को देखते हुए रक्षा मंत्रालय ने अब सिर्फ ऑनलाइन ही लिखित परीक्षा लेने का फैसला किया है। यह जानकारी आज राज्यसभा में एक प्रश्न के जवाब में रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने दी।
रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा कि सेना भर्ती के लिए एक वर्ष से उम्मीदवारों से ऑनलाइन पंजीकरण ही कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इसके लिए रैली से दो महीने पहले ऑनलाइन पंजीकरण खोल दिया जाता है और एक दिन में निर्धारित उम्मीदवारों को ही बुलाया जाता है। इससे उम्मीदवारों को कोई परेशानी भी नहीं होती और रैली भी कई दिन तक चलती है। उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया को और सुविधाजनक बनाने के लिए अब लिखित परीक्षा आनलाइन कराने पर भी विचार किया जा रहा है।
सांसदों के सवालों के जवाब में उन्होंने कहा कि देश के दूर दराज के जिन क्षेत्रों में आनलाइन पंजीकरण की सुविधा में दिक्कत है उनके लिए विशेष व्यवस्था की जायेगी। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि रिटायर होने वाले सैनिकों के लिए असैन्य क्षेत्र में रोजगार पाने के लिए चलाये जाने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रमों को अस्थायी रूप से रोका गया था और अब इन्हें फिर से शुरू करने का निर्णय लिया गया है।
उन्होंने कहा कि इन कार्यक्रमों को रोजगारों के अनुरूप दक्षता विकास से जोडने तथा विभिन्न मानदंडों के अनुरूप बनाने के लिए रोका गया था। इस उद्देश्य में 70 फीसदी तक सफलता मिली है। रक्षा मंत्री ने कहा कि रिटायर होने वाले 40 से 50 हजार सैनिकों में से लगभग 30 हजार को इन कार्यक्रमों के जरिये प्रशिक्षण दिया जाता है।
रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा कि सेना भर्ती के लिए एक वर्ष से उम्मीदवारों से ऑनलाइन पंजीकरण ही कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इसके लिए रैली से दो महीने पहले ऑनलाइन पंजीकरण खोल दिया जाता है और एक दिन में निर्धारित उम्मीदवारों को ही बुलाया जाता है। इससे उम्मीदवारों को कोई परेशानी भी नहीं होती और रैली भी कई दिन तक चलती है। उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया को और सुविधाजनक बनाने के लिए अब लिखित परीक्षा आनलाइन कराने पर भी विचार किया जा रहा है।
सांसदों के सवालों के जवाब में उन्होंने कहा कि देश के दूर दराज के जिन क्षेत्रों में आनलाइन पंजीकरण की सुविधा में दिक्कत है उनके लिए विशेष व्यवस्था की जायेगी। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि रिटायर होने वाले सैनिकों के लिए असैन्य क्षेत्र में रोजगार पाने के लिए चलाये जाने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रमों को अस्थायी रूप से रोका गया था और अब इन्हें फिर से शुरू करने का निर्णय लिया गया है।
उन्होंने कहा कि इन कार्यक्रमों को रोजगारों के अनुरूप दक्षता विकास से जोडने तथा विभिन्न मानदंडों के अनुरूप बनाने के लिए रोका गया था। इस उद्देश्य में 70 फीसदी तक सफलता मिली है। रक्षा मंत्री ने कहा कि रिटायर होने वाले 40 से 50 हजार सैनिकों में से लगभग 30 हजार को इन कार्यक्रमों के जरिये प्रशिक्षण दिया जाता है।