अब सिखों के इतिहास की जानकारी भी देगा यह ऐप
द संडे टाइम्स की खबर के मुताबिक, नेशनल हैरिटेज बोर्ड की वित्तीय मदद से 'सिख हैरिटेज ट्रेल' ऐप को सिंगापुर में शनिवार को लॉन्ख् किया गया है। इस ऐप को 29 वर्षीय इशविंदर सिंह ने विकसित किया है, जो कि एक एयरोस्पेस कंपनी में प्रोजेक्ट इंजीनियर हैं।
इस एेप में सिंगापुर में वर्ष 1850 में जेल में बंद किए गए सिखों की सुनवाई तक का इतिहास उपलब्ध है। उन दिनों सिंगापुर ब्रिटिश साम्राज्य का एक उपनिवेश था। पंजाब में तब ब्रिटिश राज के खिलाफ दिवंगत महाराज सिंह की वीरता और समर्थकों के साथ अंग्रेज सरकार के खिलाफ उनके विद्रोह की जानकारी एेप में है।
बताया गया है कि सिख शहीद भाई महाराज सिंह का ब्यौरा भी इस एेप में है, जिन्हें 1850 में औतराम जेल में बंद किया गया था और 1856 में जेल में ही उनका निधन हो गया था। यह जेल अब बंद पड़ी है। सिंगापुर जनरल हॉस्पिटल जिस मैदान में है, वहां पेड़ों के बीच एक कब्र शहीद भाई महाराज सिंह की थी, जिसे वर्ष 1966 में सिलात रोड सिख मंदिर (गुरुद्वारा) स्थानांतरित किया गया।
इस ऐप में औतराम रोड के आसपास का सिपाही लाइंस एरिया और कैंटोनमेंट रोड भी है, जहां ब्रिटिश राज के दौरान भारतीय सैनिकों ने अपनी बैरकें बनाई थीं। बुकित ब्राउन कब्रिस्तान और आसपास के कब्रिस्तान भी इस ऐप में अपने इतिहास के साथ हैं, जहां सिख गार्ड की 30 जोड़ी प्रतिमाएं हैं।