दुनियाभर में काबीलियत दर्शाने के बाद अब नासा में भी महिला शक्ति का परचम

Dr Jessica Meir, Nasa, National Aeronautics and Space Administration, नासा में भी महिला, नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन
नई दिल्ली। दुनियाभर में अपनी काबिलियत को प्रदर्शित करने के बाद अब महिलाओं में दुनिया के सबसे प्रभावशाली एवं उन्नत माने जाने वाले अमेरिका के नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) में भी महिलाओं का परचम लहराया जाने की तयारी है। नासा के अंतरिक्ष यात्रियों में पहली बार 50 प्रतिशत महिलाओं को शामिल किया गया है। नए मिशन में कुल आठ यात्री हैं।

नासा ने घोषणा की है कि चार महिला अंतरिक्ष यात्री मंगल ग्रह के मिशन पर भेजी जाएंगी। इनका चयन 6000 उम्मीदवारों में से किया गया। इसके बाद इन्होंने दो वर्ष का कठोर प्रशिक्षण लिया जिसमें टी-38 सुपरसोनिक जेट उड़ाने के साथ भूमि से 40 फीट नीचे पानी में काम किया। विशेष विमान "वोमिट कॉमेट" पर काम करने में महारथ दिखाई जिसमें वजन रहित हो कर छलांग लगाने का अभ्यास किया।

वे इराक में अमेरिका के लड़ाकू मिशन में शामिल रहीं, दक्षिण धु्रव की यात्रा की, अंटार्कटिका में बर्फ की मोटी परत में डाइव किया। दल में शामिल डॉ जेसिका मीर का कहना है कि वह मंगल पर जाने के लिए बेहद उत्साहित है, यह ग्रह हमें पृथ्वी के भूत, वर्तमान और भविष्य के बारे में बहुत कुछ सिखा सकता है।

मंगल ग्रह पृथ्वी से साढ़े तीन करोड़ मील की दूरी पर है। वहां पहुंचने में छह से नौ माह का समय लग जाएगा। नासा के शोध के अनुसार उसकी सतह पर पानी पाया गया है, इसलिए इस अभियान में कई वैज्ञानिक पेचीदगियों का सामना करना पड़ सकता है। चार महिला अंतरिक्ष यात्रियों में से तीन विवाहित हैं, दो मां भी बन चुकीं। उनके अनुसार मिशन का सबसे कठिन भाग तो यह है कि वे अपने देश व परिवार से इतने लंबे समय के लिए अलग हो जाएंगी, उनके सामने होगा निर्जन ग्रह। चारों अभियान के व्यावहारिक, व्यावसायिक लाभों से भी भली भांति वाकिफ हैं।

मंगल पर औसत तापमान शून्य से 81 डिग्री नीचे रहता है लेकिन विज्ञानियों का कहना है कि अगले 15 साल में हम वहां की यात्रा करने और रहने के लायक अपने आप को बना लेंगे। चीन और रूस अभी मंगल पर रोबोट भेजने की योजना तक ही सीमित रहे लेकिन निजी अमेरिकी कंपनी स्पेस एक्स ने नासा से सहभागिता करके मंगल के लिए मानव मिशन का आधार तैयार करना शुरू कर दिया।

यह ऐसा पहला मिशन होगा, जिसमें महिलाएं सबसे अहम भूमिका में होंगी। वे इस समय रॉकेट व स्पेस सूट की डिजायनिंग कर रही हैं, रोबोटिक मशीन रोवर को नियंत्रित कर रही हैं। मंगल पर जाने को जो महिलाऐं तैयार है उनमें 38 वर्षीया डॉ. जेसिका मीर, 36 वर्षीया एमी मैक्लेन, 37 वर्षीया क्रिस्टीना हैमोक, 38 वर्षीया निकोल ऑनापू मेन के नाम प्रमुख रूप से शामिल हैं।

इस लेख पर अपने विचार व्यक्त करें...

Related Posts

आप ने सरल बनाई वैट भरने की प्रणाली

नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी सरकार ने निर्णय लिया है कि वह व्यापारियों द्वारा भरे जाने वाले वैट की प्रणाली को सरल बनाएगा। शहर के विभिन्न व्यापारी संघ लंबे समय से इसकी मांग कर रहे थे। मुख्यमंत्री अरविन...

राहुल गांधी के घर पर प्रदर्शन, भाजयुमो कार्यकर्ताओं पर पानी की बौछार

नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश के मुख्‍यमंत्री वीरभद्र सिंह के खिलाफ आज भाजपा के अनुराग ठाकुर के नेतृत्व में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के घर के बाहर जमकर प्रदर्शन किया, जिसमे प्रदर्शन कर रहे भाजपाईय...

चुनाव से पहले इस्तीफा देंगे मनमोहन सिंह, राहुल बनेंगे पीएम!

नई दिल्ली। पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के बाद अब जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव नजदीक आते जा रहा है, देश की राजनीति में कई तरह की उठापटक तेज होने लगी है। इसी उठापटक के बीच एक अंग्रेजी अखबार ने एक ब...

Watch in VideoComments

Watch in Video

Related Videos
Health & Fitness
06:00
Yoga For Kidney Health _ Yoga postures for Kidney Health _ Yoga For Kidneys _ @VENTUNO YOGA
Yoga For Kidney Health _ Yoga postures for Kidney Health _ Yoga For Kidneys _ @VENTUNO YOGA
Health & Fitness
04:43
8 Best Yoga Poses for Fibromyalgia
8 Best Yoga Poses for Fibromyalgia
Health & Fitness
07:19
5 Yoga Poses to relieve heartburn | Yoga for acidity
5 Yoga Poses to relieve heartburn | Yoga for acidity
Health & Fitness
03:05
5 Yoga poses to work on your Shoulders | Asanas To Deal with Shoulder Pain | Basic Yoga Sequence
5 Yoga poses to work on your Shoulders | Asanas To Deal with Shoulder Pain | Basic Yoga Sequence

Comments




item