अब डिजीटल लॉकर में रखिए अपने महत्वपूर्ण दस्तावेज
इस योजना के तहत देश का प्रत्येक नागरिक अपने सभी महत्वपूर्ण दस्तावेजों जैसे- पैन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, सरकार द्वारा जारी कोई अन्य पहचान पत्र, पासपोर्ट, जन्म या शादी का प्रमाण-पत्र आदि को इस डिजीटल लॉकर में स्टोर कर सकता है। सभी दस्तावेजों को डिजीटल तरीके से सुरक्षित करने के बाद ई-हस्ताक्षर सुविधा का इस्तेमाल करते हुए डिजीटल हस्ताक्षर भी करने होते हैं, जिससे आपके दस्तावेज़ पूरी तरह सुरक्षित रहें।
दस्तावेजों को डिजीलॉकर में रखने के काफी फायदे हैं, जिससे आपको अपने सभी दस्तावेजों को हर बार, हर जगह उठाकर ले जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। आवश्यकता पडऩे पर आप डिजीटल लॉकर का इस्तेमाल कर सकते हैं। ई-दस्तावेजों की प्रमाणिकता को सुनिश्चि किया जा सकता है और फर्जी दस्तावेजों का बनना भी बंद होगा। साथ ही आवश्यकता पडऩे पर कहीं भी, कभी भी इन दस्तावेजों का इस्तेमाल किया जा सकता है।
डिजीलॉकर में 10एमबी का स्टोरेज मिलता है, जो आवश्यक महत्वपर्ण दस्तावेजों को रखने के लिए पर्याप्त होता है। आवश्यकता पडऩे पर इन्हे किसी के साथ शेयर किया जा सकता है या उसे भेजा जा सकता है।
कैसे खोलें डिजिटल लॉकर :
अगर आप भी डिजीटल लॉकर में अपना अकाउंट खुलवाना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले अपने आधार कार्ड की आवश्यकता है। साथ ही आपका मोबाइल नम्बर, उस आधार कार्ड में लिंक होना चाहिए। इसके बाद ही निम्नलिखित प्रक्रियाओं से गुजरते हुए आप डिजीटल लॉकर खोल सकते हैं...सबसे पहले डिजीटल लोकर की वेबसाइट digitallocker.gov.in पर जाएं। यहां दिए गए स्थान पर सबसे पहले अपना 12 अंकों वाला आधार नम्बर को दर्ज करें। इसके नीचे दो विकल्प दिए गए होते हैं, 'OTP का इस्तेमाल करें' और 'फिंगरप्रिंट का इस्तेमाल करें'। OTP का इस्तेमाल करने पर आपके आधार कार्ड से जुड़े आपके मोबाइल नम्बर पर एक कोड आता है, जिसे स्क्रीन पर दिए गए स्थान पर भरना होगा और इसके बाद OTP को वैध करने के लिए 'वैलिडेट' पर क्लिक करना होगा।
इसके बाद, यूजरनेम और पासवर्ड बनाना होगा। और अगर आप फिंगरप्रिंट का इस्तेमाल करें का चयन करते हैं तो आपको फिंगरप्रिंट स्कैनिंग के लिए आधार स्वीकृत बॉयोमैट्रिक डिवाइस की आवश्यकता पड़ेगी। मोबाइल नम्बर की बजाय आधार में पंजीकृत फिंगरप्रिंट का इस्तेमाल करते हुए डिजीटल लॉकर के लिए साइन अप करने के लिए फिंगरप्रिंट वाले विकल्प पर करना होता है। यह विकल्प उन लोगों के लिए होता है, जिनके पास मोबाइल नम्बर नहीं है या आधार में दर्ज नहीं है या उनका नम्बर आधार कार्ड पर अपडेट नहीं है। फिंगरप्रिंट को फिंगरप्रिंट स्कैनर से ले लिया जाता है। फिंगर प्रिंट की वैधता जांची जाने के बाद, यूजरनेम और पासवर्ड को बनाएं।