बाड़मेर में खाप का कहर, महिला की नाक काटने का फरमान
पीड़ित महिला का कसूर इतना था कि उसने अपने ससुर के खिलाफ बलात्कार के प्रयास का मामला दर्ज कराया था। पीड़िता के द्वारा बलात्कार के प्रयास का मामला दर्ज कराने के बाद आरोपी ससुर जेल गया, लेकिन जमानत पर रिहा होने के बाद समाज के ठेकेदारों से मिलकर खाप पंचायत बुलाई और पीड़िता को बदचलन करार देते हुए उसका नाक काटने तथा पीहर वालों का हुक्का-पानी बंद करने का फरमान जारी करा दिया।
खाप के द्वारा जारी किए इस फरमान को अंजाम देने के लिए अब समाज के पंच-पटेल पीड़िता का नाक काटने के लिए उसकी तलाश में जुटे हैं। पीड़िता ने खौफ के साए में अपनी जिंदगी बचाने के लिए पुलिस से गुहार लगाई है। पीड़िता ने पुलिस अधीक्षक से मिलकर इस संबंध में एक ज्ञापन भी दिया है। ज्ञापन को जांच करने एवं आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए थाने भेजा गया है।
दरअसल, करीब पांच दिन पहले जेल से जमानत मिलने पर जैसे ही ससुर रिहा हुआ तो वह समाज के ठेकेदारों के साथ मिलकर पीड़िता के पीहर गया और पंचों ने यह फरमान सुनाया कि पीड़िता का चरित्र गलत है और उसका नाक काटने का फरमान सुनाया है। जब पीड़िता के पिता ने कहा कि मैं घर पर नहीं था, तो पंचों ने पूरे परिवार का हुक्का-पानी बंद कर दिया।
पीड़िता के पिता अनुसार, "मेरी बेटी पर दबाब बनाया जा रहा है कि उसने ससुर के खिलाफ जो मामला दर्ज करवाया है, उसे वापस ले लें, लेकिन मेरी बेटी के साथ अन्याय हुआ है। अब समाज के पंच मेरी बेटी का नाक काटने के लिए घूम रहे हैं। हमें समाज में जाने पर पाबंदी लगा दी है और मेरी बेटी को जान से मारने की धमकी दी है। अब हमने पुलिस से इस बात की गुहार लगाई है कि उन पंच और ससुर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।