बाड़मेर के समदड़ी थाने पर पथराव के बाद कस्बे में तनाव
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, नायब तहसीलदार सहित 13 घायल बाड़मेर (RN1 संवाददाता)। बाड़मेर जिले के समदड़ी कस्बे में चिरड़िया गांव के एक चरवाहे की अज...
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, नायब तहसीलदार सहित 13 घायल
बाड़मेर (RN1 संवाददाता)। बाड़मेर जिले के समदड़ी कस्बे में चिरड़िया गांव के एक चरवाहे की अज्ञात व्यक्तियों द्वारा गोली मार कर हत्या कर देने की घटना को लेकर पिछले कई दिनों से समदडी थाने के आगे धरने पर बैठे लोग रविवार को आक्रोशित हो गये और समदडी पुलिस थाने पर पथराव कर दिया। प्रर्दशनकारियों के हमले में बालोतरा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, समदड़ी नायाब तहसीलदार, समदड़ी थाना अधिकारी सहित करीब 15 पुलिस वाले गंभीर रूप से घायल हो गए तथा पुलिस की सरकारी गाड़ियों के शीशे टूट गए।पुलिस ने धरनार्थियों को खदेड़ने के लिए हल्का लाठीचार्ज किया, जिससे दो जनों के चोंटे लगी है। घटना की सूचना मिलने पर बाड़मेर से जिला कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक भी मौके पर पहुंचे तथा धरनार्थियों से लंबी वार्ता के बाद उचित कार्रवाई का आश्वासन के बाद धरना उठा लिया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार समदडी थानान्तर्गत चिरड़िया गांव निवासी गुलाराम भील जो 21 अप्रेल को लूणी थानान्तर्गत उतेसर गांव सरहद के एक खेत में एवड़ चरा रहा था, उस समय एक जीप में सवार होकर आये चार अज्ञात व्यक्तियों ने बकरे की मांग की, इस पर उसने मना कर दिया, जिस पर चारों ने जबरन एक बकरे को उठाकर गाड़ी में डालने की कोशिश की, जिसका गुलाराम के द्वारा विरोध किये जाने पर इनमें से एक जने बंदूक निकालकर उस पर फायर कर दिया, जिससे उसकी मौत हो गई।
इस घटना को लेकर भील समाज के लोगों ने 23 अप्रेल को समदडी थाना के समक्ष अनिश्चितकालीन धरना हत्यारों को गिरफ्तार करने सहित अनेक मांगों को लेकर शुरू किया था। पुलिस ने भील समाज के दबाव को देखते हुए 26 अप्रेल को हत्या के आरोप में एक बाल अपचारी को गिरफ्तार किया था। इसके बाद भी पुलिस हत्यारों को गिरफ्तार करने में नाकाम रही, जिससे गुस्साये धरनार्थियों ने रविवार को महापड़ाव आयोजित करने की घोषणा की थी। इस घोषणा के बाद आज सैकड़ों की तादाद में आस-पास के इलाकों से भील समाज के लोग धरना स्थल पर जमा हो गए थे।
महापड़ाव के दौरान कुछ लोगों के भाषण से उत्तेजित होकर कुछ लोगों ने पास ही स्थित समदड़ी थाने पर हमला कर दिया और जबरन थाने में घुसने की कोशिश की। हमलावरों को रोकने लिए पुलिस ने हल्का लाठीचार्ज भी इस्तेमाल किया, लेकिन इससे हमलवार नियंत्रित होने के बजाय और अधिक आक्रोशित हो गए और जमकर उपद्रव मचाया। थाने के आगे टायर जलाकर विरोध जताया और थाने में जमकर पत्थरबाजी की।
घटना की सूचना मिलने पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महेश मीणा ने वृत्त क्षेत्र के सभी थानों से जाब्तों के साथ बाड़मेर से आरएसी के जवान मौके पर बुलाये। धरनार्थियों की पत्थरबाजी में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महेश मीणा, समदडी नायब तहसीलदार मोटाराम चौधरी, थानाधिकारी अमरसिंह, एएसआई शंकर सिंह, कानिस्टेबल महेन्द्र सिंह व नरपत सिंह समदडी, दुर्जन सिंह सिवाना, करनाराम व प्रभुराम सिणधरी सहित तीन आरएसी के जवानों के गंभीर चोटें लगी, जिनका समदडी राजकीय चिकित्सालय में उपचार करवाया गया।
वहीं दूसरी ओर, तनाव की स्थिति के बीच पूरा कस्बा बंद हो गया और पुलिस वालों को जान बचाने के लिए खुद को थाने में बंद करना पड़ा। समाचार लिखे जाने तक कस्बे में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई थी और आला अधिकारी प्रर्दशनकारियों को समझाने का प्रयास कर रहे थे।