व्हील चेयर पर बैठकर दुल्हन ने लिए अस्पताल मे सात फेरे
रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एक अनोखा विवाह हुआ, जहां एक युवक ने एक विधवा को अपना जीवनसाथी बनाया, जो पहली शादी से एक बच्ची की ...
इस विवाह में खास बात यह है कि जब यह रिश्ता तय हुआ तब महिला पूरी तरह से स्वस्थ थी, लेकिन आज वही महिला पीलिया की शिकार बनकर अस्पताल मे भर्ती है, जहां उसका ईलाज चल रहा है।
रायपुर के डाक्टर भीम राव अंबेडकर अस्तपताल के अधिकारियों के मुतबिक अस्पताल में उड़ीसा के वरूण बाघ और शहर के गुड़यारी इलाके में रहने वाली रूपाली नंदी की शादी कराई गई। अस्पताल के डाक्टर, नर्स और मरीज इस अनोखे विवाह के गवाह बने।
अधिकारियों ने बताया कि अक्षय तृतीया के मौके पर वरूण और रूपाली ने शादी करने का फैसला किया था। लेकिन रूपाली को बीती रात पीलिया की शिकायत होने पर अस्पताल में भर्ती करना पड़ा। इसके बाद उनके परिजनों ने अस्पताल प्रशासन से अस्पताल में शादी करने की अनुमति मांगी थी।
रूपाली की मौसी हेमलता महाजन ने बताया कि दो साल पहले रूपाली की शादी हुई थी। शादी के 10 माह पश्चात ही उसके पति की मृत्यु हो गई थी। लगभग साल भर पहले आर्य समाज के विधवा विवाह के परिचय सम्मेलन में वरूण ने रूपाली को पसंद किया तथा उन्होंने अक्षय तृतीया में शादी करने का फैसला किया था। लेकिन रूपाली बीमार हो गई, जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया।
इधर अक्षय तृतीय के दिन रूपाली और वरूण की शादी कालीबाड़ी के रविंद्र मंच में करने की तैयारी चल रही थी। लेकिन बीमार होने के कारण रूपाली और वरूण का विवाह अस्पताल में ही हुआ। वधु को व्हील चेयर पर बैठाकर कर वर ने सात फेरे लिए।