झूठी निकली स्कूल में अध्यापिका से बलात्कार की कहानी
बूंदी। बून्दी जिले के दबलाना थाना क्षेत्र के एक सरकारी विद्यालय में अध्यापिका से दुष्कर्म का मामला पूरी तरह झूठा पाया गया। अध्यापिका ने अप...

गौरतलब है कि जिले के दबलाना थाना क्षेत्र के सरकारी स्कूल में 25 अप्रेल को शिक्षिका से सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया था। 24 घंटे में पुलिस ने सतर्कता पूर्वक अनुसंधान के बाद पीड़िता की कहानी से पर्दा उठ गया पुलिस द्वारा की गयी। जांच में चार निर्दोष की जिंदगी ख़राब होने से बच गयी, जिनका दुष्कर्म की घटना से कोई लेना देना नही था। शुक्रवार सुबह जब अध्यापिका ने वारदात घठित होना बताकर पुलिस को लिखित मे चार युवको के खिलाफ रिपोर्ट दी थी।
पुलिस अधीक्षक ने बताया की घटनास्थल का मौका मुआयना करने पर मामला संदिग्ध लगा। इसके बाद पुलिस ने मामले से जुड़े समस्त तथ्ये तलाश करवाये पुलिस अधीक्षक पंकज चौधरी ने बताया कि पीड़िता द्वारा रिपोर्ट में लिखे गए मोबाईल नंबर की जांच की गयी तो वो सिम दुष्कर्म के आरोपी महावीर मीणा के नाम मिली।
पुलिस अधीक्षक के अनुसार मामले की साजिश एक दिन पहले जयपुर में दोनों ने मिलकर बनाई थी। न्यायालय में महावीर की तरफ से लगाई गई जमानत याचिका खारिज होने पर शिक्षिका घटना के एक दिन पहले ही जयपुर गई। वहीं पर महावीर व शिक्षिका ने चारों को फंसाने के लिए सामूहिक दुष्कर्म का षड्यंत्र रचा। अगले दिन 25 अप्रेल को सुबह 5 बजे शिक्षिका जयपुर से बूंदी पहुंची। उसे लेने महावीर का भाई गीताराम आया। गीताराम को दुष्कर्म मामले की योजना भी बताई और सुबह स्कूल पहुंचकर यह सारा ड्रामा रचा।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गवाह मुख्य षड्यंत्रकर्ता महावीर मीणा के भाई गीताराम ने बताया कि हिण्डोली थाने में एक महिला ने रघुनाथपुरा निवासी महावीर मीणा, रीतेश सहित पांच जनों के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने रीतेश को गिरफ्तार कर लिया, लेकिन महावीर फरार चल रहा है। पुलिस का दावा है कि महावीर शिक्षिका का प्रेमी है। शिक्षिका महावीर को मामले में बचाना चाहती थी। इसलिए उसने दयाराम, बाबूलाल, हरिसिंह व छोटूलाल पर राजीनामा के लिए दबाव बनाया, लेकिन बात नहीं बनी। थाने में भी शिक्षिका महावीर को बचाने के लिए गई, लेकिन मामला न्यायालय में होने से कुछ नहीं हो सका, जिस पर दोनों ने मिलकर यह षड़यंत्र रचा था।
घटनाक्रम के आधार पर यह संदिग्ध हो गया की पीड़िता ने महावीर मीणा को बचाने के लिए षड्यंत्र रचा था । लेकिन पुलिस की पैनी निगाहो से कामयाब नही हो पाई, अब पुलिस अध्यापिका खिलाफ के न्यायालय में झूठा मुकदमा दर्ज करने के संदर्भ में कार्यवाही करवायेगी। जिला कलेक्टर आनंदी ने शिक्षा विभाग को पत्र प्रेषित कर उक्त अध्यापिका के खिलाफ कार्यवाही की मांग उठाएगी।