यूपी में पिता-पुत्र में सियासी घमासान जारी, अखिलेश-रामगोपाल को कारण बताओ नोटिस
बताया जा रहा है कि अखिलेश द्वारा उम्मीदवारों की अलग लिस्ट जारी करने से मुलायम नाराज हैं। सपा सुप्रीमो ने पार्टी के महासचिव रामगोपाल यादव को भी अखिलेश का समर्थन करने के लिए कारण बताओ नोटिस भेजा है और उनसे पूछा है कि क्यों न दोनों की अनुशासनहीनता पर कार्रवाई की जाए। गौरतलब है कि अखिलेश ने कल 235 उम्मीदवारों की सूची जारी की थी और पार्टी ने इसे अनुशासनहीनता माना है।
नोटिस में अखिलेश से पूछा गया है कि, वे कारण बताएं कि उन्होंने अलग से उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 के लिए अलग से प्रत्याशियों की लिस्ट क्यों जारी की है। वहीं रामगोपाल यादव को भेजे गए नोटिस में उनसे अखिलेश द्वारा जारी की गई प्रत्याशियों की सूची का समर्थन करने और अखिलेश के पक्ष में बयानबाजी करने के बारे में स्पष्टीकरण मांगा गया है। गौरतलब है कि टिकट बंटवारें को लेकर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और सपा उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव के बीच तकरार चल रही है।
आपको बता दें कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने बुधवार को ही 325 प्रत्याशियों की लिस्ट जारी की थी। उसके अगले ही दिन गुरुवार को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अलग से 235 प्रत्याशियों की सूची जारी करके सूपी की राजनीति में भूचाल सा ला दिया, जबकि उनसे पहले ही उनके पिता मुलायम सिंह पार्टी प्रत्याशियों की सूची जारी कर चुके थे।
अखिलेश यादव द्वारा 235 प्रत्याशियों की सूची जारी करने के बाद रामगोपाल यादव ने शुक्रवार दोपहर में फरुखाबाद में बयान दिया था कि 'मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जिन नामों की घोषणा की है, वही सूची असली है, वही नाम असली हैं और यही लोग चुनाव लड़ेंगे। अब जो भी अखिलेश के विरोधी हैं, वह हमारे भी विरोधी हैं। मुख्यमंत्री अखिलेश की सूची के प्रत्याशियों को मेरा समर्थन है।'