जानिए क्या है दीपावली 2016 पर लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त
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जयपुर। दीपों के पर्व दीपावली पर लोग अपने घरों में साफ सफाई, रंग रोशन करने के बाद धन की देवी मां लक्ष्मी का आराधना एवं पूजन में लग जाते हैं और कामना करते हैं कि मां लक्ष्मी उन पर अपनी कृपा बनाए रखें और उनके घर परिवार में सुख शांति एवं धन सम्पदा के भंडार भरे रखें। श्री महालक्ष्मी पूजन व दीपावली का महापर्व कार्तिक कृ्ष्ण पक्ष की अमावस्या में प्रदोष काल, स्थिर लग्न समय में मनाया जाता है।
धन की देवी श्री महालक्ष्मी जी का आशीर्वाद पाने के लिये इस दिन लक्ष्मी पूजन करना विशेष रुप से शुभ रहता है। इस साल 2016 में दीपावली, 30 अक्टूबर, रविवार के दिन आ रही है। इस दिन चित्रा/स्वाती नक्षत्र है और प्रीति योग तथा चन्दमा तुला राशि में संचार करेगा। दीपावली में अमावस्या तिथि, प्रदोष काल, शुभ लग्न व चौघाडिया मुहूर्त विशेष महत्व रखते है।
इस साल दिवाली में प्रदोष काल की अवधि 2 घंटे 32 मिनट है। लक्ष्मी पूजन प्रदोष काल में करना चाहिए। प्रदोष काल में की गई पूजा सबसे फलदायी मानी जाती है। इस साल दिवाली पर लक्ष्मी गणेश पूजन के लिए 30 अक्टूबर शाम 7 बजे से 8 बजकर 34 मिनट तक शुभ मुहूर्त है। इस मुहूर्त की कुल अवधि 1 घंटे 34 मिनट है। इस पूजा के लिए प्रदोष काल शाम 6 बजकर 2 मिनट से 8 बजकर 34 मिनट तक है। वहीं वृषभ काल शाम 7 बजे शुरु होगा और 9 बजे खत्म होगा। प्रदोष काल की अवधि में पूजा करना आवश्यक है।
अलग शहरों में मुहूर्त का समय
लखनऊ : 30 अक्टूबर, शाम 5:20 से 7:56
मुंबई : 30 अक्टूबर, शाम 5:34 से 8:10
दिल्ली : 30 अक्टूबर, शाम 5:33 से 8:09
गुड़गाव : 30 अक्टूबर, शाम 6:02 से 8:34
धन की देवी श्री महालक्ष्मी जी का आशीर्वाद पाने के लिये इस दिन लक्ष्मी पूजन करना विशेष रुप से शुभ रहता है। इस साल 2016 में दीपावली, 30 अक्टूबर, रविवार के दिन आ रही है। इस दिन चित्रा/स्वाती नक्षत्र है और प्रीति योग तथा चन्दमा तुला राशि में संचार करेगा। दीपावली में अमावस्या तिथि, प्रदोष काल, शुभ लग्न व चौघाडिया मुहूर्त विशेष महत्व रखते है।
इस साल दिवाली में प्रदोष काल की अवधि 2 घंटे 32 मिनट है। लक्ष्मी पूजन प्रदोष काल में करना चाहिए। प्रदोष काल में की गई पूजा सबसे फलदायी मानी जाती है। इस साल दिवाली पर लक्ष्मी गणेश पूजन के लिए 30 अक्टूबर शाम 7 बजे से 8 बजकर 34 मिनट तक शुभ मुहूर्त है। इस मुहूर्त की कुल अवधि 1 घंटे 34 मिनट है। इस पूजा के लिए प्रदोष काल शाम 6 बजकर 2 मिनट से 8 बजकर 34 मिनट तक है। वहीं वृषभ काल शाम 7 बजे शुरु होगा और 9 बजे खत्म होगा। प्रदोष काल की अवधि में पूजा करना आवश्यक है।
अलग शहरों में मुहूर्त का समय
लखनऊ : 30 अक्टूबर, शाम 5:20 से 7:56
मुंबई : 30 अक्टूबर, शाम 5:34 से 8:10
दिल्ली : 30 अक्टूबर, शाम 5:33 से 8:09
गुड़गाव : 30 अक्टूबर, शाम 6:02 से 8:34