एयर वाइस मार्शल से एयर मार्शल बने आरडी माथुर
जून 1982 में इन्हें भारतीय वायु सेना की लड़ाकू शाखा में कमीशन दिया गया था। इन्हें विभिन्न परिचालन और प्रशिक्षण भूमिकाओं में 5000 से अधिक घंटे का उड़ान अनुभव प्राप्त है। इससे पहले उन्होंने पश्चिमी एयर कमान मुख्यालय में एयर डिफेंस कमांडर के रूप में सेवा की है और एक सीमावर्ती एयर फोर्स स्टेशन और एक लड़ाकू विमान स्क्वाड्रन की कमान भी संभाली है।
एयर मार्शल आरडी माथुर ने डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज, वेलिंगटन और राष्ट्रीय रक्षा कॉलेज, नई दिल्ली से स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम पास किया है। इन्होंने मद्रास विश्वविद्यालय से रक्षा और सामरिक अध्ययन में एमएससी और एमफिल की डिग्री हासिल की हैं। इनकी सराहनीय सेवा के लिए इन्हें राष्ट्रपति द्वारा 2003 में विशिष्ट सेवा पदक और 2014 में अति विशिष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया है।