बीकानेर में 4 मरीजों की हुई कैशलेस बाईपास सर्जरी
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री राजेन्द्र राठौड़ ने प्रदेश के सभी राजकीय चिकित्सा संस्थानों एवं अधिस्वीकृत निजी चिकित्सा संस्थानों में भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत चिहिन्त परिवारों को कैशलेस इन्डोर चिकित्सा सुविधाये सुलभ कराना सुनिश्चित कराने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने सभी संभागीय संयुक्त निदेशकों एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में नियमित निरीक्षण करने के निर्देश दिये हैं।
अतिरिक्त मिशन निदेशक डाॅ. नीरज के पवन ने बताया कि भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के बीकानेर के पीबीएम अस्पताल में नागौर के मकौडी गांव के 64 वर्षीय कृषक किसनाराम इस योजना से लाभान्वित हुए हैं। किसनाराम के पिछले कुछ समय से छाती में दर्द की शिकायत थी। चिकित्सकों से जांच करवाने पर पता लगा कि उसके हार्ट के वाल्व में खराबी है, जिसके लिये उसको एओरटिक वाल्व प्रत्यारोपण करवाना होगा।
किसनाराम के लिये ये इलाज करवा पाना संभव नहीं था। राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना के लाभार्थी किसनाराम अपने सभी जरूरी दस्तावेज लेकर हल्दीराम मूलचंद कार्डियोलाॅजी सेंटर पर मरीजो की सुविधा के लिये लगा रखें स्वास्थ्य मार्गदर्शक के पास गया और 22 दिसम्बर 2015 को किसनाराम के एओरटिक वाल्व प्रत्यारोपण किया गया। इसी सेंटर पर 30 दिसम्बर तक उपचार लेने के बाद नई उमंग के साथ स्वस्थ जीवन जीने के लिये किसनाराम अपने गांव लौट गये हैं।
इसी प्रकार श्रीगंगानगर के वार्ड नम्बर 43 के निवासी 60 वर्षीय दिव्यांग मनीराम वर्मा को पिछले काफी समय से सांस की तकलीफ हो रही थी। चिकित्सकों ने बताया कि मनीराम के हार्ट में ब्लाॅकेज है। बेहद गरीब और अभावाग्रस्त जीवन जीने वाले मनीराम के लिये इतना महंगा इलाज करवाना संभव नही था। लेकिन भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के लाभार्थी होने के कारण 16 दिसम्बर को अस्पताल में भर्ती हुए और 23 दिसम्बर 2015 को मेदांता हाॅस्पिटल के विषेषज्ञ डाक्टर्स की टीम ने मनीराम की बायपास सर्जरी की। सर्जरी के बाद मनीराम अस्पताल में ही बेहतर जीवन की उम्मीद में कार्डियोलॅजी सेंटर में विशेषज्ञ चिकित्सको की देख-रेख में है।
चुरू जिले के सुजानगढ़ के 45 वर्षीय उम्मेदाराम भी भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के अन्र्तगत 20 दिसम्बर को बिना किसी खर्च के अपनी बायपास सर्जरी करवाने के बाद अब कार्डियोलाॅजी सेंटर में स्वास्थ्य लाभ कर रहे हैं। अभावों में जिंदगी गुजार रहे उम्मेदाराम को कभी ऐसी उम्मीद नही थी कि उसका इलाज बिना किसी खर्च के होगा।
चुरू जिले के ही रतनगढ़ के परसनऊ गांव के काफी लम्बे समय से हृदय रोग से पीडि़त दानाराम को भी बाईपास सर्जरी की जरूरत थी। लेकिन दानाराम के लिए बाईपास सर्जरी और मंहगी दवाईयों का खर्चा उठा पाना असंभव था। भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना दानाराम के लिए उम्मीद की किरण बनी। विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा 23 दिसम्बर को सफल बाईपास सर्जरी के बाद दानाराम अब स्वस्थ जीवन जीने के लिए नई राह पकड़ चुके हैं।