पिछले बोर्ड की उपलब्धियों से गुमराह कर रहा वर्तमान बोर्ड : ज्योति खंडेलवाल
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उन्होनें कहा कि मेयर की अगुवाई में नगर निगम भ्रष्टाचार का केन्द्र बन चुका है। गौरतलब है कि इससे पूर्व कल महापौर निर्मल नाहटा ने मीडिया से मुखातिब होकर अपने एक साल के कार्यकाल की उपलब्धियां और आने वाले साल की चुनैतियां व कार्ययोजनाएं गिनाई थी।
पूर्व महापौर ज्योति खंडेलवाल की ओर से आज आयोजित की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूर्व मेयर ने कांग्रेस का मोर्चा संभालते हुए मेयर नाहटा को घेरने की कोशिश की। वर्तमान बोर्ड की उपलब्धि के नाम पर महापौर निर्मल नाहटा द्वारा येनकेन-प्रकारेन भवन निर्माण समिति अपने कब्जे में करना ही उनकी की सबसे बडी उपलब्धि बताया।
खण्डेलवाल ने कहा कि जयपुर नगर निगम में भाजपा का बोर्ड जनता की बुनियादी जरूरतों को भी पूरा करने में नाकारा साबित हो रहा हैं। आज शहर में सफाई व्यवस्था चरमराई हुई हैं, सीवर लाईनेंआये दिन जगह-जगह जाम होती रहती है, गौशाला में गायों के लिए चारा तक नसीब नहीं हो रहा, रोड लाईटें खराब है, अवैध निर्माण उद्योग जोर-शोर से चल रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि महापौर के नेतृत्व में बीट्स में भ्रष्टाचार सहित नगर निगम में भी भ्रष्टाचार का बोलबाला है, वार्ड पार्षदों की अनुशंसा से भी विकास कार्य नहीं हो पा रहे हैं, जिसकी वजह से वे जनता के आक्रोश का शिकार बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि महापौर शहर में सफाई के नाम पर भी जनता को गुमराह कर रहे हैं।
शहर में सफाई-व्यवस्था सभी शहरवासियों के सामने है। कई जगहों पर मुख्य सड़कों पर भी कचरे के ढेर लग हैं और अंदरूनी सड़कों तथा कॉलोनियों में तो और भी हाल-बेहाल है। यहां कई दिनों तक कचरा नहीं उठाए जाने के कारण कचरा-पात्र के आसपास कचरा फैल जाता है और वहां रहने वाले लोगों के बदबू एवं परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
सफाई में 370वां स्थान
पूर्व मेयर ने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत केन्द्र सरकार द्वारा करवाए गए सर्वे में जयपुर का स्थान 370वां एवं राजस्थान के जिलों में 27वें स्थान पर आ गया है। पिछले एक वर्ष में केवल दो साधारण सभा की बैठक व केवल दो कार्यकारिणी समिति की बैठकें की, जो कि जनहित के लिए चर्चा किए जाने से कोसों दूर रहने के समान है। वहीं बीट्स घोटाले में महापौर पर मिलीभगत के खुले तौर पर आरोप लगाने वाले वित्तिय सलाहकार इन्द्रराजसिंह को निगम से हटाने में सफल रहने का आरोप लगाया।गुड गवर्नेंस का राग अलापने वाले महापौर एवं भाजपा बोर्ड आमजन की शिकायर्तं को लेकर कितना गंभीर इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 26 नवम्बर तक निगम में आमजन से प्राप्त 7,301 शिकायतें लम्बित है, जिनमें निगम के कॉल सेन्टर पर 4,674, सुगम समाधान पोर्टल पर 189, राजस्थान सम्पर्क पोर्टल पर 2,448 शिकायतें समाधान के इंतजार में ।