'शौचालय निर्माण के लक्ष्यों की प्राप्ति में अजमेर प्रथम'
संभागीय आयुक्त डाॅ. धर्मेन्द्र भटनागर ने राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय घूघरा में आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि घूघरा ग्राम पंचायत अजमेर का प्रवेश द्वार है, अजमेर शहर में प्रवेश करने वाले लोगों को यहां से शहर का चेहरा नजर आता है लेकिन यह बडी दुखद स्थिति थी कि घूघरा ग्राम पंचायत भी खुले में शौच से मुक्त नही थी।
उन्होंने कहा कि घूघरा ग्राम पंचायत के पूर्णतया खुले में शौच से मुक्त हो जाने पर ग्रामवासी, प्रेरक कार्यकर्ता एवं अधिकारी बधाई के पात्रा है, लेकिन स्वच्छता को आदत बनाना आवश्यक है। जिन घरों में शौचालय बने है वे सभी उनका उपयोग भी करें, यदि शौचालय का उपयोग करेंगे तो स्वच्छता बनी रहेगी और बीमारियों से बचाव होगा।
डाॅ. भटनागर ने कहा कि नागरिक स्वस्थ होगा तो वह अपने परिवार, समाज व राष्ट्र को सशक्त बनाएगा। स्वस्थ बने रहने हेतु स्वच्छता आवश्यक है। जीवन के सात सुख में पहला सुख निरोगी काया है, अतः जिस स्थान पर रह रहे है वहां सडकें, विद्यालय, उद्यानों व अन्य सार्वजनिक स्थलों पर स्वच्छता को बनाए रखे।
जिला कलक्टर डाॅ. आरूषि मलिक ने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत अजमेर जिला शौचालय निर्माण के लक्ष्य की प्राप्ति की दिशा में त्वरित गति से आगे बढ रहा है, जिले में इस वर्ष 52 हजार शौचालय के निर्माण का लक्ष्य था, जिसमें से अब तक 51 हजार 318 शौचालयों का निर्माण कर 98.69 प्रतिशत लक्ष्य को प्राप्त कर लिया गया है। इस प्रकार अजमेर जिला शौचालय निर्माण के लक्ष्यों की प्राप्ति में प्रदेश में प्रथम स्थान पर है।
डाॅ. मलिक ने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत अजमेर जिले को खुले में शौच से मुक्त करने के मिशन में आमजन, जनप्रतिनिधि, प्रेरक कार्यकत्र्ता एवं अधिकारी संवेदनशील होकर कार्यरत है, जिसके चलते शीघ्र ही अजमेर को खुले में शौच से मुक्त करने का लक्ष्य हासिल किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अजमेर शहर के समीप स्थित घूघरा ग्राम पंचायत के खुले में शौच से मुक्त हो जाना प्रसन्नता की अभिव्यक्ति का समय है। साथ ही इससे जिले की अन्य ग्राम पंचायतों को भी प्रेरणा भी लेनी चाहिए।
साथ ही उन्होंने कहा कि खुले में शौच सभ्य समाज के लिए अभिशाप है, हमें अपने घर की महिलाओं की गरिमा व सम्मान की रक्षा के लिए के लिए उन्हें खुले में शौच के अभिशाप से मुक्त करना नितान्त आवश्यक है। जिले को इस अभिशाप से मुक्त करने हेतु प्रत्येक नागरिक की सक्रिय भागीदारी आवश्यक है।