ई-गवर्नेंस स्वास्थ्य सेवाओं में महत्ती आवश्यकता : राठौड़
https://khabarrn1.blogspot.com/2015/07/rajendra-rathore-says-health-services-requires-E-governance.html
जयपुर। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन व ‘ईलीट्स‘ द्वारा यूनीसेफ, निपी व अन्य संस्थाओं के सहयोग से आयोजित हैल्थ केयर समिट राजस्थान को सम्बन्धित करते हुए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री राजेन्द्र राठौड़ ने कहा है कि विज्ञान के क्षेत्र में नित नये अनुसंधानों एवं संचार क्रान्ति के वर्तमान दौर में स्वास्थ्य सेवाओं में भी ई-गवर्नेंस की महत्ती आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाएं सुलभ कराने में राजकीय क्षेत्र के साथ ही सार्वजनिक निजी सहभागिता की भी महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने इस अवसर पर पत्रिका 'ई-हैल्थ' का विमोचन भी किया। इस अवसर पर उन्होंने बांसवाड़ा, झुंझुनूं, टोंक व जालौर से आई एएनएम को एंड्रोयड वेस्ड टेबलेट प्रदान किये।
जनस्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत् प्रदेश की 10 जिलों की एएनएम को प्रसूताओं व नवजात से संबंधित विभिन्न आंकड़ों व रिपोर्ट्स संधारित भ्करने के लिए यूनीसेफ व सीफू के सहयोग से टेबलेट्स वितरित किये गये हैं।
राठौड़ ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग प्रदेश के सुदूर गांवों में प्राथमिक सेवाओं को सुदृढ़ करने के साथ ही विशेषज्ञ चिकित्सा सेवाएं सुलभ कराने के लिए विशेष प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग खुले मन से नवाचारों को अपनाने के लिए विषेष प्रयास कर रहा है।
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि ज्ञान और अनुभव बांटने से बढ़ता है एवं अपने ज्ञान व अनुभव को साझा करने से स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के सार्थक प्रयास किये जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि बिगड़ते पर्यावरण के इस दौर में विश्वभर में अनेक बीमारियों की शुरूआत हुई और इन बीमारियों के ईलाज के लिए अनेक नवाचार व अनुसन्धान भी किये गये।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाएं सुलभ कराने में राजकीय क्षेत्र के साथ ही सार्वजनिक निजी सहभागिता की भी महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने इस अवसर पर पत्रिका 'ई-हैल्थ' का विमोचन भी किया। इस अवसर पर उन्होंने बांसवाड़ा, झुंझुनूं, टोंक व जालौर से आई एएनएम को एंड्रोयड वेस्ड टेबलेट प्रदान किये।
जनस्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत् प्रदेश की 10 जिलों की एएनएम को प्रसूताओं व नवजात से संबंधित विभिन्न आंकड़ों व रिपोर्ट्स संधारित भ्करने के लिए यूनीसेफ व सीफू के सहयोग से टेबलेट्स वितरित किये गये हैं।
राठौड़ ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग प्रदेश के सुदूर गांवों में प्राथमिक सेवाओं को सुदृढ़ करने के साथ ही विशेषज्ञ चिकित्सा सेवाएं सुलभ कराने के लिए विशेष प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग खुले मन से नवाचारों को अपनाने के लिए विषेष प्रयास कर रहा है।
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि ज्ञान और अनुभव बांटने से बढ़ता है एवं अपने ज्ञान व अनुभव को साझा करने से स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के सार्थक प्रयास किये जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि बिगड़ते पर्यावरण के इस दौर में विश्वभर में अनेक बीमारियों की शुरूआत हुई और इन बीमारियों के ईलाज के लिए अनेक नवाचार व अनुसन्धान भी किये गये।