स्टेट ओपन स्कूल की कक्षा 10वीं का परीक्षा का परिणाम घोषित
https://khabarrn1.blogspot.com/2015/06/10th-results-of-rajasthan-state-open-decleared.html
जयपुर। राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल द्वारा माह अप्रेल-मई 2015 में आयोजित कक्षा 10वीं का परीक्षा परिणाम बुधवार को शिक्षा संकुल में शिक्षा राज्य मंत्री वासुदेव देवनानी ने घोषित किया। परीक्षा परिणाम 36.69 प्रतिशत रहा है। गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष कक्षा 10वीं का परीक्षा परिणाम 8.5 प्रतिशत अधिक रहा है।
शिक्षा राज्य मंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी ने बताया कि इस वर्ष कक्षा 10वीं की परीक्षा में प्रियंका राजपूत ने 79.20 प्रतिशत अंक प्राप्त कर महिला वर्ग में तथा मोहम्मद असलम ने 77.2 प्रतिशत अंक प्राप्त कर पुरुष वर्ग में सर्वोच्च स्थान प्राप्त किया है, इन्हें मीरा एवं एकलव्य पुरस्कार प्रमाण पत्र एवं 5100/-रूपये नकद पुरस्कार देकर पुरस्कृत किया जायेगा।
उन्होंने बाद में मेरिट में आने वाले इन विद्यार्थियों को परीक्षा परिणाम स्थल पर ही स्वयं मोबाईल कर उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं और बधाई भी दी। उन्होंने आंषिक उत्तीर्ण परीक्षार्थियों तथा अनुतीर्ण परीक्षार्थियों से कहा है कि वे निराष नहीं हो। आत्मावलोकन कर पुनः परीक्षा में प्रविष्ट हों। उन्होने कहा कि स्टेट ओपन स्कूल परीक्षा में एक बार पंजीकृत परीक्षार्थी को 5 साल में कुल 9 अवसर मिलते हैं तथा उत्तीर्ण विषय छूटते जाते हैं। उन्होंने चुनौती को अवसर मानते हुए सफलता की सीढ़ी चढ़ने का आह्वान किया।
देवनानी ने बताया कि राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल, की इस परीक्षा में कुल 57119 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी। इनमें से 28264 पुरुष एवं 28885 महिला परीक्षार्थी बैठे थे। परीक्षा में कुल 20957 उत्तीर्ण हुए। इसमें 9237 पुरूष एवं 11720 महिला उत्तीर्ण रहे जिसमें पुरूष का प्रतिशत 32.68 एवं महिला प्रतिशत 40.62 रहा। 30260 परीक्षार्थी आंशिक उत्तीर्ण रहे तथा उनका प्रतिशत 52.98 रहा।
उन्होंने बताया कि सत्र 2014-15 में कुल 29094 परीक्षार्थी नवीन पंजीकृत हुए। उनमें से 5840 उत्तीर्ण एवं 18047 आंशिक उत्तीर्ण हुए तथा उत्तीर्ण का प्रतिशत 23.03 तथा आंशिक उत्तीर्ण का प्रतिशत 71.17 रहा। गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष कक्षा 10वीं का परीक्षा परिणाम 8.5 प्रतिशत अधिक रहा। पुरुषों की तुलना में महिला परीक्षार्थियों का परिणाम 7.94 प्रतिशत अधिक रहा।
शिक्षा राज्य मंत्री ने कहा है कि राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल की परीक्षाओं में राजस्थान से संबधित पाठ्यक्रम भी जोड़ा जाएगा। उन्होंने बताया कि स्टेट ओपन स्कूल के पाठ्यक्रम को वर्ष 2016-17 से माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से समन्वय कर बनाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। पाठ्यक्रम में राजस्थानी भाषा विषय भी अन्य विषयों के साथ जोड़ा जाएगा।
शिक्षा राज्य मंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी ने बताया कि इस वर्ष कक्षा 10वीं की परीक्षा में प्रियंका राजपूत ने 79.20 प्रतिशत अंक प्राप्त कर महिला वर्ग में तथा मोहम्मद असलम ने 77.2 प्रतिशत अंक प्राप्त कर पुरुष वर्ग में सर्वोच्च स्थान प्राप्त किया है, इन्हें मीरा एवं एकलव्य पुरस्कार प्रमाण पत्र एवं 5100/-रूपये नकद पुरस्कार देकर पुरस्कृत किया जायेगा।
उन्होंने बाद में मेरिट में आने वाले इन विद्यार्थियों को परीक्षा परिणाम स्थल पर ही स्वयं मोबाईल कर उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं और बधाई भी दी। उन्होंने आंषिक उत्तीर्ण परीक्षार्थियों तथा अनुतीर्ण परीक्षार्थियों से कहा है कि वे निराष नहीं हो। आत्मावलोकन कर पुनः परीक्षा में प्रविष्ट हों। उन्होने कहा कि स्टेट ओपन स्कूल परीक्षा में एक बार पंजीकृत परीक्षार्थी को 5 साल में कुल 9 अवसर मिलते हैं तथा उत्तीर्ण विषय छूटते जाते हैं। उन्होंने चुनौती को अवसर मानते हुए सफलता की सीढ़ी चढ़ने का आह्वान किया।
देवनानी ने बताया कि राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल, की इस परीक्षा में कुल 57119 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी। इनमें से 28264 पुरुष एवं 28885 महिला परीक्षार्थी बैठे थे। परीक्षा में कुल 20957 उत्तीर्ण हुए। इसमें 9237 पुरूष एवं 11720 महिला उत्तीर्ण रहे जिसमें पुरूष का प्रतिशत 32.68 एवं महिला प्रतिशत 40.62 रहा। 30260 परीक्षार्थी आंशिक उत्तीर्ण रहे तथा उनका प्रतिशत 52.98 रहा।
उन्होंने बताया कि सत्र 2014-15 में कुल 29094 परीक्षार्थी नवीन पंजीकृत हुए। उनमें से 5840 उत्तीर्ण एवं 18047 आंशिक उत्तीर्ण हुए तथा उत्तीर्ण का प्रतिशत 23.03 तथा आंशिक उत्तीर्ण का प्रतिशत 71.17 रहा। गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष कक्षा 10वीं का परीक्षा परिणाम 8.5 प्रतिशत अधिक रहा। पुरुषों की तुलना में महिला परीक्षार्थियों का परिणाम 7.94 प्रतिशत अधिक रहा।
शिक्षा राज्य मंत्री ने कहा है कि राजस्थान स्टेट ओपन स्कूल की परीक्षाओं में राजस्थान से संबधित पाठ्यक्रम भी जोड़ा जाएगा। उन्होंने बताया कि स्टेट ओपन स्कूल के पाठ्यक्रम को वर्ष 2016-17 से माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से समन्वय कर बनाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। पाठ्यक्रम में राजस्थानी भाषा विषय भी अन्य विषयों के साथ जोड़ा जाएगा।