भूतों का साया हटाने के लिए करवाते हैं कुत्तों से बच्चियों की शादी

आज हम भले ही 21वीं सदी और तकनीक से भरी दुनिया में जी रहे हैं, जहां पलक झपकने से भी पहले सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जा सकता है। विज्ञान औ...

आज हम भले ही 21वीं सदी और तकनीक से भरी दुनिया में जी रहे हैं, जहां पलक झपकने से भी पहले सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जा सकता है। विज्ञान और तकनीक से भरी दुनिया में आज हम शिक्षा और तकनीक के विकास के साथ तेजी से आगे बढ़ रहे  है। हाल ही में मंगल गृह पर प्रवेश करने के साथ ही भारत ने दुनियाभर में अपनी एक पहचान कायम की है।

आज समाज में बेटों के साथ बेटियां भी हर कदम पर अपनी पहचान बना रही है। समाज की बेटियां ना सिर्फ लड़कों के साथ कदम मिला कर चल रही है, बल्कि उनसे आगे निकल रही है। लेकिन इन सबके विपरीत आज भी हमारे समाज में परम्परा और रूढ़ियों के नाम पर लड़कियों से सम्बंधित कुछ ऐसी कुरुतियाँ भी प्रचलित है जो हमारे समाज के विकसित होने पर संदेह पैदा करती है। यह ऐसी कुरीतियां हैं, जिनकी एक सभ्य समाज में कोई गुंजाइश नहीं होती है। ऐसी ही एक कुरूति है बच्चियों की कुत्तों से होने वाली शादी।

हालाकि ये शादी सांकेतिक होती हैं, पर होती हैं असली हिन्दू तरीके और रीती रिवाजों के मुताबिक, जिसमे लोगों को शादी में आने का निमंत्रण दिया जाता है। इसके लिए पंडित, हलवाई सब बुक किये जाते है। बाकायदा मंडप तैयार होता है और पूरे मन्त्र-विधान से शादी सम्पन कराई जाती है। इस शादी में एक असली शादी जितना ही खर्चा बैठता है और उससे भी बड़ी बात यह है कि समाज एवं रिश्तेदार भी इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं।

आपको भले ही यह बात सुनकर अचरज हो रहा हो और यकीन नहीं हो रहा होगा कि कहीं ऐसा भी हो सकता है। लेकिन यह बिलकुल सत्य है। हमारे देश में झारखण्ड राज्य के कई इलाकों में परंपरा के नाम पर ऐसी शादियां सदियों से कराई जाती है। इन शादियों को करवाने के पीछे जो तर्क दिए जाते हैं, वह भी उतने ही अजीब है, जितनी यह बात अजीब है।

इसके पीछे बताए जाने वाले कारणों में से एक कारण तो यह बताया जाता है कि यदि बच्ची के ऊपरी मसूड़े में पहला दांत आये तो इसका मतलब होता है कि उस बच्ची के ऊपर अशुभ ग्रहों का प्रभाव है, जिसको दूर करने के लिए दूसरा दांत आने से पहले उसकी सांकेतिक शादी कुत्ते से कराई जाती है।

दूसरा कारण बड़ा ही अजीब और हैरत भरा है। ऐसा माना जाता है कि अगर किसी बच्ची के जन्म से ही दूध के दांत हैं और वह बचपन से ही बदसूरत है, तो माना जाता है कि उस पर किसी भूत का साया है। उस भूत के साये को उतारने के लिए बच्ची की शादी कुत्ते से करा दी जाती है। माना जाता है कि वो कुत्ता उस लड़की को बुरे साय से बचाए रखेगा और उसे किसी तरह की नजर नहीं लगेगी।

ऐसी ही एक शादी पिछले दिनो झारखंड के आदित्यापुर के पास सराईकेला नाम के एक गांव में पुष्पा नाम की एक बच्ची की हुई। चुकी ऐसी शादियां 10 साल से छोटी बच्चियों की कराई जाती है। इसलिए वो कोई विरोध भी नहीं कर पाती है। किसी भी अन्य शादी की तरह इस शादी के लिए भी सभी पुख्ता इंतेजाम किये गये थे।

इस शादी में काफी मेहमानों को बुलाया गया था। खाने-पीने का हर इंतेजाम था, पंडित जी को भी बुलाया गया था और पूरे रीती-रिवाज के साथ शादी सम्पन्न कराई गई थी। लेकिन दूरदराज के गावों में बढ़ती मीडिया की उपस्थिति के कारण यह शादी चर्चा में आ गई। इस शादी को लेकर काफी हंगामा भी हुआ और सामजिक कार्यकर्ताओं ने इस कुरूति को प्रतिबंधित करने की भी मांग उठाई।


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