सोने के खजाने की खोज के लिए शोभन सरकार का नया दांव
उन्नाव। खंडहर में खजाने की खोज के लिए शोभन सरकार ने इस बार सोना खोजने की अनुमति प्राप्त करने के लिए नया दांव खेला है, अब उन्होंने हाईकोर...
शोभन सरकार के शिष्य ओमबाबा के मार्फत दाखिल की गई याचिका पर बृहस्पतिवार को न्यायमूर्ति वीके शुक्ल की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने सुनवाई करने के बाद इसे दूसरी बेंच के समक्ष नामित करने के लिए रिलीज कर दिया।
शोभन सरकार का कहना है कि उन्होंने प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, जिलाधिकारी सहित तमाम अधिकारियों को पत्र लिखकर खोदाई हेतु सर्वे की इजाजत मांगी है, मगर कोई भी उनके पत्र का जवाब नहीं दे रहा है।
वह अपने खर्च पर सर्वे कराना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने कानपुर की आईएसएम कंपनी को 78 हजार 652 रुपये जमा कर दिया। कंपनी की टीम सर्वे के लिए आ रही है।
इसके अलावा ट्रांसपोटेशन 84,400 हजार रुपए दिए हैं। इसी प्रकार से तीन लाख 35 हजार 80 रुपए उन्होंने आईआईटी कानपुर को दे दिया है। जो सर्वे के कार्य में मदद करेगी।
शोभन सरकार सुरक्षा आदि पर होने वाले खर्च को भी वहन करने के लिए तैयार हैं। वरिष्ठ अधिवक्ता उमेश नारायण शर्मा और चंदन शर्मा उनकी ओर से याचिका पर बहस करेंगे। बाबा का कहना है कि जिला प्रशासन सोना खोजने के कार्य में रोड़े अटका रहा है।
उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व शोभन सरकार ने उन्नाव के डोडियाखेड़ा में हजारों टन सोना दबा होने का दावा किया था। उनकी मांग पर पुरातत्च विभाग ने डोडिया खेड़ा में खोदाई भी करवाई मगर सोना नहीं निकला। शोभन सरकार की याचिका पर सुनवाई के लिए अब मुख्य न्यायाधीश नई बेंच नामित करेंगे।