जैपर से जयपुर की कहानी, तस्वीरों की जुबानी
जयपुर। हमाराजयपुर आज 285 साल का हो गया है और जयपुर आज अपना 286वां स्थापना दिवस मना रहा है। राजस्थान की राजधानी जयपुर गुलाबी नगरी...

राजस्थान की राजधानी जयपुर गुलाबी नगरी के नाम से भी पूरी दुनिया में विख्यात है। जयपुर अपनी रंग-बिरंगी संस्कृति, ऐतिहासिक किलों, महलों, झीलों के लिए पूरे भारत में ही नहीं दुनियाभर में प्रसिद्ध है।
जयपुर नियोजित तरीके से बसाया गया शहर है, इसकी चौड़ी और सीधी सड़कों पर सजी दुकानें बेहद आकर्षक लगती हैं। देश विदेश से बड़ी तादाद में सैलानी यहां आते हैं।
आज भी सैलानी जयपुर की प्राचीन धरोहरों जैसे जंतर मंतर, आमेर का किला, हवा महल, सिटी पैलेस को देखने के लिए खींचे चले आते हैं।
जयपुर शहर बसने से पहले जयपुर (ढूंढाड़) राज्य की राजधानी थी। प्राचीनकाल में यह अम्बावती एवं अंबिकापुर के नाम से जाना जाता था।
जयपुर की स्थापना महाराज जयसिंह द्वितीय के द्वारा 18 नवम्बर 1727 ई. में की गई थी।
पहले सार्वजनिक परिवहन का मुख्य साधन तांगा (घोडा गाड़ी) हुआ करती थी। धनवान लोगों या अंग्रेज अधिकारियों को जरूर मोटर गाड़ी की सुविधा मिल जाती थी।

राज्य सरकार की ओर से रोडवेज़ की सिटी बस सेवा की शुरुआत 1971 से हुई फिर 1977 में किन्ही कारणों से इन बसों को बंद कर दिया गया।

1977 से थ्री व्हीलर की शुरुआत हुई, जो तोते के आकार के बड़े टैम्पो हुआ करते थे। 1991 से दोबारा लाल रंग की सिटी बस सेवा शुरू हुई। 2009 में लो फ्लोर बस सेवा शुरू की गई, जो वर्तमान में जारी है। अब शहर पूरी तरह से मेट्रो के लुक में नज़र आने लगा है। विकास की राह में शहर का स्वरूप तो बदला है लेकिन इसका हैरिटेज लुक आज भी अनूठा है, जो देश-विदेश से आने वाले सैलानियों को अपनी ओर आकर्षित करता है।
जयपुर का बदलता स्वरुप और आधुनिकता के दौर में बढ़ते कदमों ने ऐसे देश के प्रमुख महानगरों की टक्कर में ला खड़ा किया है। जयपुर में हर तरह की लग्जरी सुविधाएं उपलब्ध होने के साथ आसमान छुती इमारतें नया इहितास रच रही है। मेट्रो रेल ने जयपुर के इतिहास में एक नया पन्ना रच रही है। अगले साल जब जयपुर अपना अगला स्थापना दिवस मनाएगा तो, जयपुर के मानसरोवर से लेकर चांदपोल तक मेट्रो शुरू हो चुकी होगी।
घाट की गूणी सुरंग, मेट्रो रेल, एलीवेटेड रोड, रामनिवास बाग पार्किंग प्रोजेक्ट, ट्रासपोर्ट नगर अण्डरपास, बीआरटीएस कॉरिडोर, अजमेर पुलिया तक एलीवेटेड रोड, निर्माणधीन विश्वस्तरीय सिंधी कैम्प बस स्टेण्ड, जगतपुरा शुटिंग रेंज ने जयपुर को नया लुक दिया है।