खंडहर में खजाना, हकीकत में बदलेगा सपना?
उन्नाव। ख़बरों के गलियारे में इन दिनों जहाँ उत्तर प्रदेश में उन्नाव जिले के डौडियाखैड़ा गाँव में चल रहे खण्डहर में खजाने की खोज को लेकर गा...
बहरहाल, डौडियाखैड़ा में इन दिनों बने हालात ने बॉलीवुड की एक और फिल्म की कहानी को लोगों के जहाँ में ताजा कर दिया है। कुछ इसी तरह की कहानी वाली एक फिल्म पिछले साल आई थी, जिसका नाम था ‘जोकर’। इस फिल्म में विकास से महरूम एक गांव पगलापुर की कहानी दिखाई गई है। फिल्म के नायक, अफसरों और लोगों को ध्यान खींचने के लिए वहां दूसरे ग्रह के प्राणियों (एलियंस) के आने का नाटक रच देता है। उसके बाद वहां लोगों का हुजूम उमड़ पड़ता है और इस इलाके का पिछड़ापन देश-दुनिया के लोगों की नजर में आ जाता है।
उन्नाव के गांव डौंडियाखेड़ा और साधु के सपने में आए सोने के खजाने की कहानी इस फिल्म की थीम से काफी मिलती-जुलती है। इलाके के विधायक कुलदीप सिंह सेंगर कहते भी हैं, खजाना मिलेगा या नहीं, यह तो भविष्य बताएगा लेकिन बिजली, पानी और सड़क जैसे विकास से जूझ रहा यह इलाका अब सबकी नजर में जरूर आ गया है।
खजाने के सच से शुक्रवार से पर्दा हटना शुरू हो गया है। शुक्रवार को हुई खुदाई के बाद, आज फिर से खजाने की खोज में खुदाई की जा रही है। खजाने की खोज में की जा रही इस खुदाई का नतीजा क्या होगा और यहां से सोना निकलता है या फिर नहीं इसका फैसला तो खुदाई के बाद ही हो पाएगा। हालांकि सोने का सपना देखने वाले शोभन सरकार के चेलों का दावा है कि यहां एक नहीं बहुत सी जगह से सोना निकल सकता है और अगर सोना नहीं निकले तो वह अपना सर कटवाने तक के लिए तैयार है।