फैलिन तूफ़ान को लेकर एंटनी ने सशस्त्र बलों से तैयार रहने को कहा
नई दिल्ली। रक्षामंत्री ए के एंटनी ने भीषण चक्रवात फैलिन के मद्देनजर सशस्त्र बलों से ओडिशा और आंध्र प्रदेश में मदद करने के लिए तैयार रहने...
https://khabarrn1.blogspot.com/2013/10/antony-said-to-force-be-prepare-about-fallin.html
नई दिल्ली। रक्षामंत्री ए के एंटनी ने भीषण चक्रवात फैलिन के मद्देनजर सशस्त्र बलों से ओडिशा और आंध्र प्रदेश में मदद करने के लिए तैयार रहने को कहा। भारतीय वायु सेना के आईएल 76 विमान पहले ही राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीमों और उपकरणों को भुवनेश्वर ले जा चुके है।
भारतीय वायु सेना को रायपुर, नागपुर, जगदलपुर, बैरकपुर, रांची और ग्वालियर सहित कई जगहों पर तैयार रखा गया है। इसने पूर्वी वायु कमान को बैरकपुर में मौजूद कार्य बल के साथ राहत अभियान में समन्वय के साथ काम करने के लिए कहे जाने के अलावा दो सी130जे विमानों, 18 हेलीकॉप्टरों, दो एएन 32 विमानों को तुरंत सूचना मिलने की स्थिति में तैयार रखा है।
मौसम विभाग ने कहा कि चक्रवाती तूफान की तीव्रता और बढऩे की संभावना है क्योंकि आज सुबह हवाएं 205 से 215 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार को पार कर गईं। तूफान अभी पारादीप के 520 किलोमीटर दक्षिण दक्षिण पूर्व, गोपालपुर के 530 किलोमीटर दक्षिण पूर्व और कलिंगपट्टनम के 530 किलोमीटर पूर्व दक्षिण पूर्व में है।
चक्रवात उत्तर पश्चिम दिशा की ओर बढ़ेगा और 12 अक्तूबर की शाम तक अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान के रूप में हवाओं की निरंतर अधिकतम गति 205 से 215 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार के साथ ओडिशा के गोपालपुर के नजदीक कलिंगपट्टनम और पारादीप के बीच उत्तरी आंध्र प्रदेश तथा ओडिशा तट को पार करेगा।
इस दौरान समुद्र में करीब 2 से 2.5 मीटर उंची लहरें उठ सकती हैं। मौसम विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, तूफान की तीव्रता पिछले कुछ घंटों में बढ़ी है। यद्यपि यह अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान है, लेकिन अभी इसे विराट चक्रवात (सुपर साइक्लोन) नहीं कहा जा सकता। हम इस पर करीब से नजर रखे हुए हैं।
भारतीय वायु सेना को रायपुर, नागपुर, जगदलपुर, बैरकपुर, रांची और ग्वालियर सहित कई जगहों पर तैयार रखा गया है। इसने पूर्वी वायु कमान को बैरकपुर में मौजूद कार्य बल के साथ राहत अभियान में समन्वय के साथ काम करने के लिए कहे जाने के अलावा दो सी130जे विमानों, 18 हेलीकॉप्टरों, दो एएन 32 विमानों को तुरंत सूचना मिलने की स्थिति में तैयार रखा है।
मौसम विभाग ने कहा कि चक्रवाती तूफान की तीव्रता और बढऩे की संभावना है क्योंकि आज सुबह हवाएं 205 से 215 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार को पार कर गईं। तूफान अभी पारादीप के 520 किलोमीटर दक्षिण दक्षिण पूर्व, गोपालपुर के 530 किलोमीटर दक्षिण पूर्व और कलिंगपट्टनम के 530 किलोमीटर पूर्व दक्षिण पूर्व में है।
चक्रवात उत्तर पश्चिम दिशा की ओर बढ़ेगा और 12 अक्तूबर की शाम तक अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान के रूप में हवाओं की निरंतर अधिकतम गति 205 से 215 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार के साथ ओडिशा के गोपालपुर के नजदीक कलिंगपट्टनम और पारादीप के बीच उत्तरी आंध्र प्रदेश तथा ओडिशा तट को पार करेगा।
इस दौरान समुद्र में करीब 2 से 2.5 मीटर उंची लहरें उठ सकती हैं। मौसम विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, तूफान की तीव्रता पिछले कुछ घंटों में बढ़ी है। यद्यपि यह अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान है, लेकिन अभी इसे विराट चक्रवात (सुपर साइक्लोन) नहीं कहा जा सकता। हम इस पर करीब से नजर रखे हुए हैं।