...नहीं तो फिर, हमें आत्महत्या करने की इजाजत दीजिए
जानकारी के अनुसार श्रमिकों की ओर से सोमवार को तिजारा एसडीएम को ज्ञापन दिया जाएगा, जिसमें श्रमिक अपनी मजबूरियां बताते हुए उनकी समस्या का कोई उचित समाधान किए जाने की मांग करेंगे। वहीं अगर कोई समाधान नहीं निकलता है तो श्रमिक आत्महत्या की इजाजत पाने की भी गुहार लगाने वाले हैं।
गौरतलब है कि अब तक कईं जगहों पर ज्ञापन दे चुके श्रमिकों की कहीं पर भी सुनवाई नहीं हुई है। हालांकि कुछ समय पहले हुई वार्ता में हुए त्रिपक्षीय समझौते के बाद श्रमिकों को राहत की कुछ उम्मीद जरूर दिखाई दी थी, लेकिन हाल ही में जयपुर में रखी गई वार्ता के बाद श्रमिकों को अपने तीखे तेवर बरकरार रखने पर मजबूर होना पड़ रहा है।
श्रमिकों की ओर से बताया गया है कि, 'होंडा टपुकड़ा के करीब 3,500 श्रमिकों पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ हम पिछले 4 महीने से संघर्ष कर रहे हैं, परन्तु हमें न्याय नहीं मिल रहा है और होंडा मेनेजमेंट हमें ड्यूटी पर नही ले रही है। ऊपर से प्रसाशन भी हमारे खिलाफ ही खड़ा हुआ नजर आ रहा है, जबकि हम शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर अपनी बात कहना चाहतें हैं। लेकिन पिछले 4 महीने में न तो हमें न्याय मिला है और न ही कहीं धरना देने दिए जा रहा है।'
श्रमिकों ने बताया कि, 'इसीलिए सभी श्रमिक सोमवार सुबह 10 बजे तिजारा (अलवर) में SDM ऑफिस के आगे धरना देंगे। हालांकि पुलिस की तरफ से हम पर बार—बार दबाव बनाया जा रहा कि वो सोमवार को धरना न दें, नही तो लाठीचार्ज किया जाएगा। लेकिन हमारी स्थिति ऐसी हो गई है कि हम मजबूरन धरने के लिए मजबूर हो गए हैं। इसलिए तिजारा एसडीएम को ज्ञापन देकर अपनी बात कहेंगे और साथ ही आत्महत्या करने की इजाजत मांगेंगे।'