इंटरनेट ट्रैफिक बढ़ाने में स्मार्टफोन निभा रहा महत्वपूर्ण भागीदारी, 2020 तक होगा चार गुना इजाफा
तकनीकी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी सिस्को के एक सर्वेक्षण के मुताबिक 2015 की तुलना में 2020 तक भारत का इंटरनेट ट्रैफिक चार गुना हो जाएगा, जबकि 2005 के आंकडों के मुकाबले यह वृद्धि 249 गुना होगी। सिस्को ने अपने 11वें 'सिस्को विजुअल नेटवर्किंग इंडेक्स' में पूर्वानुमान जताया कि 2020 तक भारत का इंटरनेट ट्रैफिक 2015 की तुलना में साल दर साल 34 प्रतिशत की वृद्धि कर चार गुना तक बढ़ जाएगा।
सर्वेक्षण में बताया गया है कि, अगले साल 2020 तक भारत में इंटरनेट युक्त उपकरणों की संख्या करीब 1.9 अरब हो जाएगी, जो पिछले पांच साल पहले (2015) की तुलना में 1.3 अरब अधिक होगी। इसके अलावा इंटरनेट की औसत गति 2015 की 5.1 एमबीपीएस से बढ़कर 2020 तक 12.9 एमबीपीएस पहुंच जाएगी। इन सभी कारकों को मिलाकर भारत में इंटरनेट ट्रैफिक 34 फीसदी साल दर साल बढ़कर 2015 की तुलना में 2020 तक चार गुना बढ़ जायेगा।
सर्वेक्षण के अनुसार 2015 में इंटरनेट ट्रैफिक 1.4 एक्जाबाईट प्रतिमाह है, जिसके 2020 तक बढकर 5.6 एक्जाबाईट प्रतिमाह के स्तर पर पहुंचने का अनुमान है। सर्वेक्षण के अनुसार उपभोक्ता और बिजनेस उपयोगकर्ताओं के मोबाइल पर इंटरनेट का इस्तेमाल बढने से 2020 तक कुल इंटरनेट ट्रैफिक का 71 फीसदी हिस्सा गैर कंप्यूटर उपकरणों से आएगा जिनमें टैबलेट, स्मार्टफोन और टीवी शामिल होंगी। 2015 में यही आंकडा करीब 47 फीसदी है।
सर्वेक्षण के मुताबिक, 2020 तक कुल इंटरनेट ट्रैफिक में अकेले स्मार्टफोन का योगदान 30 फीसदी होगा, जबकि कंप्यूटर का योगदान 29 फीसदी रह जाएगा। सर्वेक्षण में एक और बात उभरकर सामने आई है, जिसके अनुसार भारत में इंटरनेट ट्रैफिक में वीडियो की हिस्सेदारी सर्वाधिक रहेगी। यह 2020 में कुल इंटरनेट ट्रैफिक का 75 फीसदी होगा, वहीं 2015 की तुलना में 51 फीसदी अधिक होगा।