प्राचीन धरोहरों को पर्यटन के नक्शे पर लाने हेतु "हेरिटेज वॉक वे" बनाया जाएगा
अजमेर। शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी की अध्यक्षता में अजमेर शहर में हृदय योजना के लिए बनायी गई “सिटी लेबल एडवाईजरी“ एवं माॅ...
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अजमेर। शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी की अध्यक्षता में अजमेर शहर में हृदय योजना के लिए बनायी गई “सिटी लेबल एडवाईजरी“ एवं माॅनिटरिंग कमेटी की बैठक आज सम्पन्न हुई जिसमें अजमेर शहर की प्राचीन धरोहरों व भवनों को पर्यटन की दृष्टि से और लोकप्रिय बनाने हेतु पर्यटकों के आने जाने के लिए हेरिटेज वाॅक वे का निर्माण करने का निर्णय लिया गया। हेरिटेज वाॅक वे में पैदल चलकर पर्यटक व श्रद्धालु प्राचीन भवनों का जहां अवलोकन कर सकेंगे वही इसके मध्य में आने वाले मंदिर के दर्शन भी कर सकेंगें ।
प्रस्तावित हेरिटेज वाॅक वे अजमेर किला (म्यूजियम) से प्रारम्भ होकर गोल प्याऊ, नया बाजार, चैपड़, घी मण्डी, चारभुजा मंदिर के सामने से होते हुए सत्यनारायण भगवान मंदिर, होलीदड़ा से ड्डडों की हवेली के सामने पहुंचेगा यहां से दरगाह बाजार होते हुए देहलीगेट से फव्वारा चैराहा से सोनी जी की नसियां पर सम्पन्न होगा। इस प्रस्तावित वाॅक वे में संशोधन की पूरी संभावना है जिससे अधिक प्राचीन भवन इससे जुडे़ जा सके और पर्यटक पैदल जाकर शहर की प्राचीन बसावट व बनावट को देखकर यहां के प्राचीन धरोहरों का भी अवलोकन कर सकें।
जिला कलक्टर डाॅ. आरूषी मलिक ने बताया कि अजमेर का चयन हेरिटेज सिटी के रूप में हुआ है और इसमें कराए जाने वाले कार्यों के अनुमोदन हेतु हृदय योजना के तहत जिला कलक्टर की अध्यक्षता में माॅनिटरिंग कमेटी बनायी गई है। उन्होंने बताया कि इस योजना की प्रारम्भिक तैयारियां की जा रही है आने वाले समय में इसके डीपीआर बनाकर स्वीकृति हेतु भारत सरकार को भेजी जाएगी।
शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने कहा कि अजमेर राजस्थान का प्राचीतम शहर है जहां अनेक पौराणिक स्थल मौजूद है इन्हें पर्यटक स्थल के नक्शें पर लाने के लिए यहां जाने वाले मार्गों का विकास करना होगा। साथ ही आसपास के वातावरण को भी उपयुक्त बनाने पर ध्यान देने की आवश्यकता होगी। उन्होंने कहा कि जन प्रतिनिधियों का सहयोग लेकर नगर निगम व जिला प्रशासन हृदय योजना के तहत अजमेर शहर में अच्छे कार्य करा सकते है। उन्होंने समयबद्ध तरीके से इस योजना के तहत कार्य कराने पर जोर दिया।
प्रो. देवनानी ने बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा इस योजना के प्रथम चरण के लिए अजमेर शहर हेतु 40 करोड़ रूपये की राशि स्वीकृत की गई है।
नगर निगम के महापौर श्री कमल बाकोलिया ने बताया कि हृदय योजना में अजमेर शहर के मध्य स्थित सुभाष उद्यान को कलर्चर पार्क के रूप मंे विकसित करने की भी योजना है।
जिला कलक्टर डाॅ. आरूषी मलिक ने यह भी जानकारी दी की प्रसाद योजना के माध्यम से भी अजमेर व पुष्कर को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जाएगा। पर्यटन विभाग द्वारा हाल ही में 97 करोड़ रूपये की योजना इसके लिए बनायी है। जिसमें अजमेर हेतु 50 करोड़ व पुष्कर के लिए 47 करोड़ के तहत पर्यटन विकास के कार्य कराए जाने है।
नगर निगम आयुक्त श्री एच.गुईटे ने बताया कि फाॅयसागर व आनासागर पर भी वाॅक वे का निर्माण कराया जाना प्रस्तावित है। उन्होंने हृदय योजना के तहत अजमेर शहर में कराए जाने वाले कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
पुष्कर नगर पालिका के अध्यक्ष श्री कमल पाठक ने भी पुष्कर को पर्यटन की दृष्टि से और विकसित करने तथा यहां के पर्यटन स्थलों को आम लोगों से जोड़ने के संबंध में सुझाव दिए। प्रसाद योजना में भी कराए जाने वाले कार्य को बताया।
अजमेर विकास प्राधिकरण की आयुक्त श्रीमती स्नेहलता पंवार ने प्राधिकरण के माध्यम से कराए जा रहे विकास कार्यों के साथ-साथ सीवरेज लाइन व ट्रीटमेंट प्लाॅट की प्रगति के बारे में बताया। बैठक में अतिरिक्त कलक्टर शहर श्री हरफूल सिंह यादव, नगर निगम उपायुक्त श्री शशीकांत शर्मा सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
बैठक के पश्चात नगर निगम आयुक्त श्री एच. गुईटे, अतिरिक्त कलक्टर शहर श्री हरफूल सिंह यादव सहित विभिन्न अधिकारियों ने प्रस्तावित हेरिटेज वाॅक वे का पैदल चलकर मुआईना किया।