दिल्ली गैंगरेप: आरोपी बोला सबकुछ आराम से करने देती तो बच जाती 'निर्भया'
नयी दिल्ली। इंसानियत को शर्मसार करने वाली, सड़क से संसद तक कोहराम मचाने वाली और पूरे देश को झंकझोर कर रख देने वाली दिल्ली गैंगरेप (नि...
लड़की की मां ने आज बताया कि उनकी बेटी के गुनहगार मुकेश का बयान बेहद शर्मनाक और कानून का मजाक उड़ाने वाला है। यह कानूनी प्रक्रिया के लचीलेपन का नतीजा है कि जेल में बंद होने के बाद भी मुजरिम अपनी घिनौनी हरकत को उचित ठहराने की कोशिश कर रहा है। उन्होंने कहा कि अगर आरोपियों को मिली सजा पर जल्द अमल हो जाता तो मुकेश ऐसी बात कहने की हिम्मत नहीं कर पाता। साथ ही, लड़कियों तथा महिलाओं से होने वाली खौफनाक घटनाओं पर भी रोक लगाने में मदद मिलती।
लड़की के भाई ने भी इस बयान की कड़ी निन्दा करते हुए कहा कि परिवार मुकेश के इस बयान के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगा। उन्होंने मीडिया पर भी दोषी व्यक्ति के बयान को तरजीह देकर उसे महिमामंडित करने का आरोप लगाया। कहा कि जिस तरह से मीडिया ने उस बयान को दिखाया, वह निन्दनीय है।
मालूम हो कि दो साल पहले 16 दिसंबर 2012 राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में चलती बस में निर्भया के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया था। 29 दिसंबर को सिंगापुर के अस्पताल में पीड़िता की मौत हो गई थी। इस मामले में पुलिस ने छह लोगों को गिरफ्तार किया था। इस कांड के मुख्य आरोपी राम सिंह ने जेल में ही आत्महत्या कर ली थी। कोर्ट ने 4 आरोपियों को फांसी की सजा सुनाई जबकि एक नाबालिग आरोपी होने के कारण उसे तीन साल की सजा सुनाई गई थी। उल्लेखनीय है कि मुकेश सिंह बस का चालक था।
मुकेश ने कहा था कि अगर लड़की और उसका दोस्त इतना विरोध ना करते तो उन्हें इतनी बुरी तरह ना मारा जाता। बलात्कार के वक्त लड़की को उसका विरोध नहीं करना चाहिये था, तब उसकी जान बख्श दी जाती। मुकेश ने खुद को मिली फांसी की सजा के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में अपील दाखिल की है।
मालूम हो कि 16 दिसम्बर 2012 को दिल्ली के वसंत विहार में चलती बस में सामूहिक दरिंदगी की शिकार लड़की की मौत के मामले में फांसी की सजा पाये मुकेश ने मीडिया को दिये गये साक्षात्कार में दिल्ली बलात्कार कांड के लिये निर्भया को ही दोषी ठहराया है। मुकेश ने कहा था कि अगर लड़की और उसका दोस्त इतना विरोध ना करते तो उन्हें इतनी बुरी तरह ना मारा जाता। बलात्कार के वक्त लड़की को उसका विरोध नहीं करना चाहिये था, तब उसकी जान बख्श दी जाती। मुकेश ने खुद को मिली फांसी की सजा के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में अपील दाखिल की है।