"फर्जी दस्तावेज से नाबालिग ने लड़ा चुनाव और बन गई सरपंच"
प्राप्त जानकारी के अनुसार, अजमेर जिले में खरेखड़ी तहसील की अजयसर ग्राम पंचायत से हालिया निर्वाचित सरपंच मोहसिना चीता ने चुनाव लड़ने के लिए दाखिल किए गए नामांकन-पत्र के साथ शपथ-पत्र एवं शैक्षिक योग्यता के लिए आठवीं कक्षा की अंक-तालिका संलग्न की थी। शपथ-पत्र में मोहसिना ने अपनी उम्र 22 साल होना बताया था, जबकि ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि उसकी उम्र मात्र 17 साल ही है, जिसके अनुसार वह नाबालिग है।
ज्ञापन में बताया गया कि, राजकीय कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय से मिली मोहसिना की आठवीं कक्षा की अंक तालिका, जिसमें उसकी जन्म तारीख 3 जून 1997 थी, जिसके अनुसार नामांकन दाखिल किए जाने के दिन तक मोहसिना की उम्र 17 साल 7 महीने और 20 दिन थी। मोहसिना ने उसमें हेरफेर कर 2 नवम्बर 1992 करके रिटर्निंग अधिकारी के समक्ष नाम-निर्देशन के साथ पेश कर दिया।
इतना ही नहीं, इसके अतरिक्त एक अन्य स्कूल राजकीय माध्यमिक विद्यालय बिठूर, जहां मोहसिना ने कक्षा तीन तक की पढ़ाई की थी, वहां के एस आर क्रमांक 2641 में दर्शाई गई मोहसिना की जन्म तारीख कुछ और ही बयां करती है। इसमें दर्शाई गई जन्म तारिख 15 अप्रैल 1999 के आधार पर तो मोहसिना की उम्र महज 15 साल 9 महीने थी।
मोहसिना ने तहसीलदार एवं कार्यपालक मजिस्ट्रेट नसीराबाद से जन्म प्रमाण-पत्र क्रमांक 04/08-01-15 बनवाया, जिसमें चुनाव लड़ने के आशय से जानबूझकर फर्जी तरीके से अपनी जन्म तारीख 2 नवम्बर 1992 लिखवा ली और इसी जन्म प्रमाण-पत्र को नामांकन दाखिल करने के समय संलग्न कर दिया।
बहरहाल, इस बारे में जानकारी मिलने पर ग्रामवासियों ने मोहसिना के खिलाफ संभागीय आयुक्त को ज्ञापन के रूप में शिकायत की और आरोपी सरपंच को पद से हटाए जाकर उचित कार्रवाई की मांग की है।