कॉलोनी के आम रास्ते पर स्कूल संचालक की 'कातिल निगाहें'
https://khabarrn1.blogspot.com/2016/05/killer-eyes-of-a-school-director-on-the-common-road-of-colony.html
अजमेर। शहर में पुष्कर रोड़ पर रामनगर इलाके में विनायक पथ आवासीय कॉलोनी में शिक्षा का कारोबार करने वाले एक नामचीन आदमी ने कॉलोनी के आम रास्ते पर कब्जा जमा लिया है। इसे लेकर स्थानीय निवासियों की परेशानियां बढ़ गई है, क्योंकि स्कूल के विद्यार्थी एवं शिक्षकों के वाहन रोड़ पर ही खड़े कर दिए जाने से लोगों को यहां से निकलने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
जानकारी के अनुसार शहर में पुष्कर रोड़ पर रामनगर इलाके में विनायक पथ आवासीय कॉलोनी स्थित क्वीन मैरी सीनियर सैकण्डरी स्कूल, जिसका संचालन सूबे सिंह चौधरी द्वारा किया जाता है। इस स्कूल के अलावा भी बी के कौल नगर में क्वीन मेरी गर्ल्स स्कूल और नसीराबाद में भी स्कूल की एक ब्रांच भी सूबे सिंह चौधरी द्वारा ही संचालित की जाती है।
विनायक पथ आवासीय कॉलोनीवासियों के अनुसार कॉलोनी के एक आम रास्ते पर सूबे सिंह चौधरी की बुरी नजर बताई जा रही है। स्कूल के सामने की ओर करीब बीस फीट चौड़ा आम रास्ता है, लेकिन चौधरी चाहते हैं कि इस रास्ते को बंद कर स्कूल के काम में ले लिया जाए। इसके लिए चौधरी ने स्कूल के आस-पास के मकान खरीद लिए हैं। इस रास्ते से होकर कुछेक घरों का ही रास्ता जाता है, जिन्हें यहां से निकलने में भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
बताया जाता है कि शिक्षा के कारोबार के साथ ही चौधरी ने बी के कौल नगर में मुख्य मार्ग पर एक होटल भी बना रखी है। स्थानीय निवासियोंं ने इस बारे में नगर निगम प्रशासन से सूचना के अधिकार के तहत जानकारी मांगी है, लेकिन चौधरी के रौब के कारण निगम प्रशासन से उन्हें ये जानकारी तक भी नहीं मिल पा रही है।
गौरतलब है कि चौधरी ने बी के कौल नगर में जो गर्ल्स स्कूल खोल रखी है, उसकी जमीन अजमेर विकास प्राधिकरण से रियायती दर पर ली गई है। स्कूल के अतिरिक्त यहां बैंक का संचालन भी हो रहा है। इसके बावजूद स्कूल परिसर में खुलेआम व्यावसायिक गतिविधियां भी की जा रही हैं। इतना ही नहीं गैर कानूनी तरीके से कोचिंग सेंटर चलाया जा रहा है।
सबसे हैरत की बात तो ये है कि यह सब निर्माण नियमानुसार नहीं करवाया गया है, फिर भी इन सब पर कार्रवाई के लिए कोई भी जिम्मेदार विभाग जहमत नहीं उठा रहा है। इन सब बातों के मद्देनजर कहीं न कहीं चौधरी के दबदबे के आगे स्थानीय प्रशासन बौना नजर आ रहा है।
उल्लेखनीय है कि पूर्व में भी इस स्कूल संचालक की ओर से की गई गतिविधियों के कारण स्रूथानीय निवासियों को रास्ते से आने—जाने में कई प्रकार की परेशशानियों का सामना करना पड़ा है, जिसके खिलाफ लोगों ने नगर निगम एवं अजमेर विकास प्राधिकरण समेत कई विभागों में इसकी शिकायत की है। लेकिन इन सबके बावजूद अभी तक इसके खिलाफ किसी तरह की कोई कार्रवाइ नहीं की गई है।
जानकारी के अनुसार शहर में पुष्कर रोड़ पर रामनगर इलाके में विनायक पथ आवासीय कॉलोनी स्थित क्वीन मैरी सीनियर सैकण्डरी स्कूल, जिसका संचालन सूबे सिंह चौधरी द्वारा किया जाता है। इस स्कूल के अलावा भी बी के कौल नगर में क्वीन मेरी गर्ल्स स्कूल और नसीराबाद में भी स्कूल की एक ब्रांच भी सूबे सिंह चौधरी द्वारा ही संचालित की जाती है।
विनायक पथ आवासीय कॉलोनीवासियों के अनुसार कॉलोनी के एक आम रास्ते पर सूबे सिंह चौधरी की बुरी नजर बताई जा रही है। स्कूल के सामने की ओर करीब बीस फीट चौड़ा आम रास्ता है, लेकिन चौधरी चाहते हैं कि इस रास्ते को बंद कर स्कूल के काम में ले लिया जाए। इसके लिए चौधरी ने स्कूल के आस-पास के मकान खरीद लिए हैं। इस रास्ते से होकर कुछेक घरों का ही रास्ता जाता है, जिन्हें यहां से निकलने में भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
बताया जाता है कि शिक्षा के कारोबार के साथ ही चौधरी ने बी के कौल नगर में मुख्य मार्ग पर एक होटल भी बना रखी है। स्थानीय निवासियोंं ने इस बारे में नगर निगम प्रशासन से सूचना के अधिकार के तहत जानकारी मांगी है, लेकिन चौधरी के रौब के कारण निगम प्रशासन से उन्हें ये जानकारी तक भी नहीं मिल पा रही है।
गौरतलब है कि चौधरी ने बी के कौल नगर में जो गर्ल्स स्कूल खोल रखी है, उसकी जमीन अजमेर विकास प्राधिकरण से रियायती दर पर ली गई है। स्कूल के अतिरिक्त यहां बैंक का संचालन भी हो रहा है। इसके बावजूद स्कूल परिसर में खुलेआम व्यावसायिक गतिविधियां भी की जा रही हैं। इतना ही नहीं गैर कानूनी तरीके से कोचिंग सेंटर चलाया जा रहा है।
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सबसे हैरत की बात तो ये है कि यह सब निर्माण नियमानुसार नहीं करवाया गया है, फिर भी इन सब पर कार्रवाई के लिए कोई भी जिम्मेदार विभाग जहमत नहीं उठा रहा है। इन सब बातों के मद्देनजर कहीं न कहीं चौधरी के दबदबे के आगे स्थानीय प्रशासन बौना नजर आ रहा है।
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उल्लेखनीय है कि पूर्व में भी इस स्कूल संचालक की ओर से की गई गतिविधियों के कारण स्रूथानीय निवासियों को रास्ते से आने—जाने में कई प्रकार की परेशशानियों का सामना करना पड़ा है, जिसके खिलाफ लोगों ने नगर निगम एवं अजमेर विकास प्राधिकरण समेत कई विभागों में इसकी शिकायत की है। लेकिन इन सबके बावजूद अभी तक इसके खिलाफ किसी तरह की कोई कार्रवाइ नहीं की गई है।