सरकारी महकमे में भ्रष्टाचार का खुलासा
जयपुर (इंटरनेट डेस्क)। देश-दुनिया की खबरों के साथ-साथ खोजी पत्रकारिता के करने वाले एक न्यूज पोर्टल investigationmedia.com ने सरकारी विभ...
इंवेस्टिगेशन मीडिया के मुताबिक बीएसएनएल (भारत संचार निगम लिमिटेड) में वर्तमान में लेखाधिकारी के पद पर कार्यरत एक अधिकारी ने अपने नाम व पद का दुरूपयोग करते हुए अपनी एक परिचित महिला को फर्म खुलवाकर बीएसएनएल से कार्य का टेण्डर भी दिलावा दिया, जबकि बीएसएनएल के कंडक्ट रूल्स के मुताबिक विभाग में कार्यरत कोई भी पदाधिकारी अपने किसी परिवार के सदस्य अथवा रिश्तेदार या परिचित व्यक्ति को विभाग से किसी भी प्रकार से कोई व्यापारिक संबंध अथवा अन्य किसी प्रकार से अनुचित लाभ दिलाने के लिए अपने पद का दुरूपयोग नहीं कर सकता।
इंवेस्टिगेशन मीडिया ने इस अभियान का नाम ‘ऑपरेशन हजरत’ रखा है। इस ऑपरेशन में खुलासा किया गया है कि बीएसएनएल के प्रधान महाप्रबन्धक दूरसंचार जिला (पीजीएमटीडी) जयपुर कार्यालय में तत्कालीन सहायक लेखाधिकारी, टी आर (कम्प्यूटर) के पद पर कार्यरत सत्यनारायण गुप्ता (एस.एन. गुप्ता) ने शादीशुदा व दो बच्चों का पिता होने के बावजूद सुनियोजित तरीके से अपनी एक महिला मित्र को करीब छह माह तक अपने घर में स्थाई रूप से रखा और उसके नाम से एक फर्म बनाकर उसकी फर्म को बीएसएनएल से कार्य का ना सिर्फ टैण्डर ही दिला दिया गया, बल्कि एक इन्वॉइस के आधार पर 1350 रुपए का भुगतान भी उठा लिए जाने की संभावाना है।
इंवेस्टिगेशन मीडिया के मुताबिक अधिकारी ने अपनी महिला मित्र का स्थाई निवासी के रूप में नोटेरी से सर्टिफाईड एक शपथ पत्र भी तैयार करवाया और उस शपथ पत्र को भी खुद ने ही गजिस्ट्रेट ऑफिसर के रूप में सत्यापित कर लिया, जबकि जिस शपथ पत्र को लेखाधिकारी ने सत्यापित किया था, उसमें शपथ पत्र पेश करने वाली फर्म की प्रोपराइटर महिला की उम्र ही नहीं लिखी हुई थी जबकि, विधिक दस्तावेजों में उम्र का होना अनिवार्य होता है। इनसे उक्त लेखाधिकारी की ओर से भी इस खामी को नजरअंदाज करना भी सामने आया है, जिससे इस मामले में मिलीभगत होने की भी संभावना जताई गई है।