अरविंद केजरीवाल ने दिया मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा
नई दिल्ली। विधानसभा चुनावों में दूसरे नंबर पर रहने बाद कांग्रेस के समर्थन से दिल्ली की सत्ता में आकर मुख्यमंत्री बनने वाले अरविंद केजरीव...
पीटीआई के हवाले से खबर है कि अरविंद केजरीवाल ने इस्तीफा दे दिया है। केजरीवाल ने पहले ही कहा था कि अगर सरकार जनलोकपाल बिल पास नहीं कर पायी तो इस्तीफा दे देंगे। खबर है कि केजरीवाल आज उपराज्यपाल से भी मुलाकात करेंगे। दिल्ली में आम आदमी पार्टी के दफ्तर में भारी संख्या में कार्यकर्ता जमा है।
आज यहां विधानसभा में कांग्रेस और भाजपा दोनों के कड़े विरोध के चलते उन्हें अपना जनलोकपाल विधेयक पेश करने से रोक दिया गया। यह विधेयक केजरीवाल का एक उनका सपना है। अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा में भी संकेत दिये थे कि वह इस्तीफा दे सकते है। केजरीवाल ने विधानसभा में कहा हम पहली बार विधानसभा में चुनाव लड़ कर आये है।
केजरीवाल ने कहा कि हमें नियम कानून नहीं आते मैंने सोचा था कि यहां मैं अपने सीनियर से सीखूंगा। लेकिन मेरा यहां कई तरह की हरकतों को देखकर मन खट्टा हुआ है। मैंने संविधान पढ़ा, उसमें कहीं नहीं लिखा कि हमें बिल पास करने के लिए केंद्र सरकार से अनुमति लेनी होगी। मुझे लगता है ये हमारा आखिरी सेशन है। अगर हमें भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए सौ बार मुख्यमंत्री की कुर्सी कुर्बान कर सकते है।
केजरीवाल के नजदीकी सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री जल्द ही ‘‘इस्तीफा देने का कठोर कदम’’ उठा सकते हैं, क्योंकि सरकार के सबसे बड़े विधेयक को पेश करने की इजाजत नहीं दी गई। सूत्रों ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री का मानना है कि सरकार के बने रहने का कोई मतलब नहीं है।’’ सूत्रों ने कहा कि पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं को मशविरे के लिए पहुंचने के लिए कहा गया है।