महिलाएं कर रही हैं किशोरों का यौन शोषण
न्यूयॉर्क। अमेरिकी गृह मंत्रालय का कहना है कि देश के नाबालिग सुधार गृहों में अभी भी यौन शोषण की घटनाएं जारी हैं और इस अपराध में वहां काम...
मंत्रालय की ओर से जारी इस रिपोर्ट ने इस क्षेत्र में काम कर रहे लोगों के बीच एक बहस छेड़ दी है। कैलिफोर्निया स्थित गैर-सरकारी संस्था जस्ट डिटेंशन इंटरनेशनल की प्रमुख लोविसा स्टैनोव ने एक बयान जारी करते हुए कहा है कि नाबालिग न्याय तंत्र का ये पहलू अनदेखा-अनसुना रहा है और सुधार गृहों में काम कर रहे अधिकारी भी इसे बहुत अहमियत नहीं देते।
उनका कहना था कि बहुत लोग ये दलील भी देते हैं कि ये नाबालिग किशोर ही महिला कर्मचारियों को बहका देते हैं और गलती इन किशोरों की ही है। ये सही नहीं है। स्टैनोव का कहना है कि इन किशोरों को ये समझाने की जरूरत है कि इस तरह का सेक्स एक अपराध है और आगे चलकर उन पर इसका बेहद बुरा असर पड़ेगा क्योंकि इस तरह के संबंधों को आपसी सहमति से हुए सेक्स का दर्जा नहीं दिया जा सकता और ये समझाना सुधार गृह के कर्मचारियों की जिम्मेदारी है।
गृह मंत्रालय को इस तरह के शोषण की जानकारी सबसे पहले 2010 में मिली जब उन्होंने नाबालिग सुधार गृहों में रह रहे 9000 किशोरों का सर्वे किया। इनमें से 10 प्रतिशत से भी ज्यादा ने कहा कि वहां के कर्मचारियों ने उनका यौन शोषण किया है और इनमें से 92 प्रतिशत महिला कर्मचारी थीं। ताजा रिपोर्ट के अनुसार पिछले तीन सालों में स्थिति में कोई खास बदलाव नहीं आया है। देश के 326 सुधार गृहों में हुए सर्वेक्षण के अनुसार अभी भी 90 प्रतिशत मामले ऐसे हैं जिनमें महिला कर्मचारियों ने किशोरों के साथ सेक्स संबंध बनाए हैं।