ब्रह्मा बाबा के पुण्य स्मृति दिवस पर विश्व शांति के लिए किया मौन योग
जयपुर। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के सेवा केन्द्रों पर शनिवार को ब्रह्मा बाबा का पुण्य स्मृति दिवस मनाया गया, जिसमे प्...
रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के रामनगर स्थित सेवा केंद्र पर संचालिका ब्रह्माकुमारी पुष्पा बहन ने बताया कि 18 जनवरी को ब्रह्मा बाबा की पुण्य स्मृति दिवस के रूप में मनाया जाता है, उन्होंने बताया ब्रह्मा बाबा का लौकिक नाम दादा लेखराज था एवं वह कोलकाता के विश्वविख्यात जौहरी थे लेकिन परमात्मा की कृपा से उन्होंने अपना हीरों का बड़ा व्यापार छोड़कर परमात्मा की सेवा का मार्ग अपनाया।
उन्होंने बताया कि ब्रह्मा बाबा ने अपने जीवन में 12 गुरु बनाए थे। वे बचपन से ही भक्तिभाव में रहे। उन्हें परमात्मा का साक्षात्कार हुआ, तब से उन्हें जीवन से वैराग्य हो गया और उन्होंने अपना सारा कारोबार ईश्वर की सेवा में अर्पण कर दिया। उन्होंने अपने त्याग एवं परमात्मा की भक्ति से ईश्वर से साक्षात्कार किया। 1950 में ब्रह्मा बाबा कराची से माउंट आबू आ गए, तब से इसका मुख्यालय यहीं स्थापित हुआ। वे हमारे प्रेरणास्त्रोत हैं और उन्हीं के बताए मार्ग पर चलकर हम लोग अपने जीवन को सफल बनाने का प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि ब्रह्मा बाबा की पुण्य स्मृति दिवस के कार्यक्रम के तहत सबसे पहले सुबह जल्दी ही सामूहिक रूप से बाबा को पुष्प अर्पित किए गए और अमृतवैला योग किया गया। इसके बाद बाबा की मुरली सुनाई गई तथा ब्रह्मभोग का आयोजन किया गया व सभी को भोग वितरित किया गया। इसके बाद विश्व में शांति की स्थापना के लिए पूरे दिन मौन में रहकर योग किया गया एवं शाम को ब्रह्मा बाबा की याद में रहकर सभी को शांति व शक्ति का दान दिया गया।