मुंबई-देहरादून एक्सप्रेस में आग, 9 की मौत, कई घायल
ठाणे। महाराष्ट्र-गुजरात सीमा के नजदीक दहानु के करीब मुंबई-देहरादून एक्सप्रेस के तीन डिब्बे में आग लग गई, जिससे नौ लोगों की मौत हो गई। पश...
एक अधिकारी ने बताया कि धुएं और जहरीली गैस से घायल हुए 10 यात्रियों का मुंबई और गुजरात से भेजे गए राहत वैन से प्राथमिक उपचार किया गया है। घायलों को बाद में दहानु और गोलवाड के अस्पताल में भर्ती कराया गया। मृतकों में से पांच की पहचान दीपिका शाह (65), देव शंकर उपाध्याय (48), सुरेंद्र शाह (68), नसीर खान अहमद खान पठान (50) और फिरोज खान (38) के रूप में हुई है।
प्रवक्ता ने बताया, "चलती रेलगाड़ी में लगी आग दहानु रोड-गोलवाड के बीच रेलवे क्रांसिंग पर गेटमैन ने देखी। उसने इसके बाद इसकी जानकारी गोलवाड रेलवे स्टेशन प्रबंधक को दी।"उन्होंने कहा, "स्टेशन प्रबंधक ने चालक को सूचना दी और रेलगाड़ी रोकी गई। गेटमैन ने बेहतरीन काम किया और बड़ा हादसा होने से रोक लिया।" गोलवाड स्टेशन के नजदीक एक हाल्ट पर रेलगाड़ी के रोके जाने के बाद आग पर काबू पाया गया।
रेलवे मंत्री मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए प्रत्येक मृतकों के परिजनों के लिए पांच लाख सहायता राशि की घोषणा की है। रेलवे ने घटना और 19019 बांद्रा टर्मिनस-देहरादून एक्सप्रेस में आग लगने की वजह की जांच के आदेश दे दिए हैं। रेलवे के मंडल प्रबंधक सहित पश्चिम रेलवे के शीर्ष अधिकारी राहत कार्य का जायजा लेने के लिए फौरन घटनास्थल पर पहुंचे।
रेलगाड़ी से छह डिब्बे को अलग कर पांच नए डिब्बे लगाए गए और फिर यह सुबह 5:30 बजे देहरादून की तरफ रवाना हो गई। अधिकारी ने कहा कि उत्तर की तरफ जाने वाली प्रभावित रेलगाड़ियों का परिचालन सुबह 6:40 बजे शुरू हो गया। प्रशासन ने पीड़ितों के रिश्तेदारों के लिए दहानु तक मुफ्त परिवहन की व्यवस्था की है और रेल यात्रियों के लिए भोजन के 500 पैकेट और पेय पदार्थ की व्यवस्था की।
रेलवे ने देहरादून के रास्ते में पड़ने वाले सभी स्टेशन और दहानु सिविल हॉस्पीटल में विशेष हेल्पलाइन शुरू की है, जहां शवों को रखा गया है। अगर आपके कोई प्रियजन इस ट्रेन में सफ़र पर थे, तो उनके बारे में जानकारी के लिए इस हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करें। 022-23011853 और 022-23007388