राशन डीलर कर रहे कालाबाजारी, रसद विभाग की मिलीभगत!
बालोतरा। शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में प्रशासन की अनदेखी व रसद विभाग अधिकारियों की मिलीभगत से आमजन व बीपीएल के राशनकार्ड से मिलने वाले गेह...
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बालोतरा। शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में प्रशासन की अनदेखी व रसद विभाग अधिकारियों की मिलीभगत से आमजन व बीपीएल के राशनकार्ड से मिलने वाले गेहूं,आटा व केरोसिन राशन डीलरों द्वारा धडल्लें से कालाबाजारी में बेचा जा रहा है। समय-समय पर उपभोक्ताओं द्वारा शिकायतें की जाती है मगर उनकों नजर अंदाज किया जाता रहा है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बालोतरा शहर के वार्ड संख्या 3 के डीलर थानाराम जीनगर,वार्ड संख्या 28 के डीलर चंपालाल घांची व वार्ड संख्या 29 के डीलर ओमप्रकाश द्वारा पिछले लंबे समय से राशन कार्ड से दी जाने वाली खाद्य सामग्री जिसमें गेहूं,आटा व केरोसिन धडल्लें से कालाबाजारी में बेचा जा रहा है।
सूत्रों ने बताया कि सरकार द्वारा निर्धारित समय सीमा के दौरान इनकी दुकानें अधिकांश समय बंद हीं रहती है। वार्ड संख्या 3 में अधिकांश धनाड्य परिवार व मध्यम वर्ग के लोग रहते है वे अधिकांश राशन कार्ड से मिलने वाली सामग्री नहीं ले जाते है। राशन डीलर द्वारा रजिस्टर में उनके नाम से फर्जी इंद्राज कर आटा व केरोसिन कालाबाजारी में बेच देते है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार वार्ड संख्या 28 व 29 के उक्त राशन डीलर तो अपनी दुकाने कभी-कभार हीं खोलते है जिसका कारण है यहां रहने वाले अधिकांश गरीब लोगों के साथ अनूसूचित जाति जनजाति के लोग निवास करते है। ये राशन डीलर केरोसिन कालाबाजारी में चाय की होटलों,मिठाई की दुकानें,व कई अन्य दुकानों पर बेच देते है। उक्त दोनों डीलरों द्वारा अपने रजिस्टरों में राशन कार्डों का फर्जी इंद्राज कर खानापूर्ति पिछले लंबे समय से कर रहे है।
प्रशासन के उच्चाधिकारी वार्ड संख्या 3,28 व 29 के राशन डीलरों के द्वारा जो रजिस्टर तैयार कर रसद विभाग में जमा करवाएं गए है उन रजिस्टरों का राशन कार्डों से खाद्य सामग्री का मिलान किया जाए तो इनके द्वारा काली करतूतों का पर्दाफाश हो सकता है।
सूत्रों का कहना है कि जब गेहूं,आटा व करोसिन सरकार द्वारा उपभोक्ताओं को सप्लाई के लिए आता है उस समय दुकानों को थोड़ा समय के लिए खोलकर राशन डीलर उपभोक्ताओं को खाद्य सामग्री वितरित कर देते है और दो दिन बाद उपभोक्ताओं को कहते है कि माल खत्म हो गया है आगे से कम हीं आया था और फिर बचा हुआ गेहूं तो राशन डीलर औद्योगिक क्षेत्र के खेड़ रोड़ गोगाजी मंदिर के पास स्थित एक आटा मिल में सप्लाई कर देते है ये गोरखधंधा काफी लंबे समय से चला आ रहा है तथा केरोसिन मिठाई व चाय की थडिय़ों पर रातों-रात बेच दिया जाता है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बालोतरा शहर के वार्ड संख्या 3 के डीलर थानाराम जीनगर,वार्ड संख्या 28 के डीलर चंपालाल घांची व वार्ड संख्या 29 के डीलर ओमप्रकाश द्वारा पिछले लंबे समय से राशन कार्ड से दी जाने वाली खाद्य सामग्री जिसमें गेहूं,आटा व केरोसिन धडल्लें से कालाबाजारी में बेचा जा रहा है।
सूत्रों ने बताया कि सरकार द्वारा निर्धारित समय सीमा के दौरान इनकी दुकानें अधिकांश समय बंद हीं रहती है। वार्ड संख्या 3 में अधिकांश धनाड्य परिवार व मध्यम वर्ग के लोग रहते है वे अधिकांश राशन कार्ड से मिलने वाली सामग्री नहीं ले जाते है। राशन डीलर द्वारा रजिस्टर में उनके नाम से फर्जी इंद्राज कर आटा व केरोसिन कालाबाजारी में बेच देते है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार वार्ड संख्या 28 व 29 के उक्त राशन डीलर तो अपनी दुकाने कभी-कभार हीं खोलते है जिसका कारण है यहां रहने वाले अधिकांश गरीब लोगों के साथ अनूसूचित जाति जनजाति के लोग निवास करते है। ये राशन डीलर केरोसिन कालाबाजारी में चाय की होटलों,मिठाई की दुकानें,व कई अन्य दुकानों पर बेच देते है। उक्त दोनों डीलरों द्वारा अपने रजिस्टरों में राशन कार्डों का फर्जी इंद्राज कर खानापूर्ति पिछले लंबे समय से कर रहे है।
प्रशासन के उच्चाधिकारी वार्ड संख्या 3,28 व 29 के राशन डीलरों के द्वारा जो रजिस्टर तैयार कर रसद विभाग में जमा करवाएं गए है उन रजिस्टरों का राशन कार्डों से खाद्य सामग्री का मिलान किया जाए तो इनके द्वारा काली करतूतों का पर्दाफाश हो सकता है।
सूत्रों का कहना है कि जब गेहूं,आटा व करोसिन सरकार द्वारा उपभोक्ताओं को सप्लाई के लिए आता है उस समय दुकानों को थोड़ा समय के लिए खोलकर राशन डीलर उपभोक्ताओं को खाद्य सामग्री वितरित कर देते है और दो दिन बाद उपभोक्ताओं को कहते है कि माल खत्म हो गया है आगे से कम हीं आया था और फिर बचा हुआ गेहूं तो राशन डीलर औद्योगिक क्षेत्र के खेड़ रोड़ गोगाजी मंदिर के पास स्थित एक आटा मिल में सप्लाई कर देते है ये गोरखधंधा काफी लंबे समय से चला आ रहा है तथा केरोसिन मिठाई व चाय की थडिय़ों पर रातों-रात बेच दिया जाता है।