देवनानी ने की लैपटॉप वितरण योजना की शुरुआत

अजमेर।  जिले के प्रभारी एवं शिक्षा राज्य मंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रतिभावान विद्यार्थियों को लैपटाॅप वि...

अजमेर।  जिले के प्रभारी एवं शिक्षा राज्य मंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रतिभावान विद्यार्थियों को लैपटाॅप वितरण से प्रदेश में नए तकनीकी युग शुरूआत होगी। राज्य सरकार का यह कदम डिजीटल इंडिया की अवधारणा को भी मजबूत करेगा। विद्यार्थी नई तकनीक का प्रयोग कर शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ें और अपने समाज, परिवार, प्रदेश और देश का नाम रोशन करें।

शिक्षा राज्य मंत्री प्रो. देवनानी ने आज राजकीय सावित्राी बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम के दौरान प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को लैपटाॅप वितरण कार्यक्रम की शुरूआत की। शिक्षा विभाग द्वारा प्रदेश में 43 हजार लैपटाॅप वितरित किए जाएंगे। इनमें से 1870 लैपटाॅप अजमेर जिले में वितरित होंगे।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रो. देवनानी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा राजस्थान के विद्यार्थियों को तकनीकी रूप से सक्षम बनाने एवं प्रोत्साहित करने के लिए राज्य सरकार द्वारा यह महत्वपूर्ण योजना शुरू की गई है। डिजीटल एज्यूकेशन हमारे विद्यार्थियों का भविष्य बनाने के लिए अतिआवश्यक है। विद्यार्थी पूरा मन लगाकर पढ़ाई करें।

उन्होंने कहा कि सकारात्मक परिणाम सामने आ रहे है।  विद्यालयों का वातावरण उत्तम बना है और स्कूली स्टाफ के प्रयासों से इस शैक्षणिक सत्रा में लगभग 9 लाख बच्चों का नामांकन बढ़ा है । कक्षा एक से 12 तक एक ही परिसर में अध्यापन से अभिभावक अपने बच्चों को निजी विद्यालयों से छुडवाकर राजकीय विद्यालयों में प्रवेश दिला रहे है। घर और विद्यालय के बीच की दूरी को मिटाने के लिए राज्य सरकार साईकिल तथा परिवहन वाउचर की सुविधा उपलब्ध करवा रही  है।

प्रो. देवनानी ने कहा कि पाठ्यक्रम को युगानुकूल तथा भारतीय संस्कृति से ओत-प्रोत बनाने के लिए देश की माटी को सर्वस्व समर्पित करने वाले महापुरूषों की महान कथाओं को जोड़ा गया है। गोविन्द गुरू, महाराणा प्रताप और महाराजा सूरजमल की महानता को विद्यालयों में पढ़ाया जाएगा। शिक्षा विभाग एक परिवार की तरह कार्य करके कर्तव्य भाव से सर्वश्रेष्ठ विद्यालयों के माध्यम से संस्कारित बच्चों का निर्माण कर रहा है जो भविष्य में जिम्मेदार नागरिक बनेगे।

उन्होंने कहा कि आठवीं कक्षा तक किसी को अनुर्तीण नही करने की व्यवस्था में परिर्वतन के लिए प्रयास किए जा रहे है। इसके आगामी सत्रों में पूर्ण होने की संभावना है। राज्य सरकार ने डी.पी.सी के जरिए 50 हजार से अधिक शिक्षकों को पदोन्नति दी  है। प्रदेश के स्कूलों में शिक्षकों के रिक्त पद भरने के लिए हजारों शिक्षकों की भर्ती की गई है। अगले एक वर्ष में 14 हजार और शिक्षकों की भर्ती की जाएगी। इसके साथ ही सेवानिवृत शिक्षकों को भी स्कूलों में नियुक्त कर शिक्षण की व्यवस्था की जा रही है।

प्रो. देवनानी ने कहा कि राज्य में दो सालों में 60 हजार से ज्यादा युवाओं को नियमित नियुक्ति दी गई है। इसी तरह 71 हजार से अधिक कर्मचारियों को प्रमोशन तथा एक लाख से अधिक नई नौकरियां कतार में हैं। आगामी छः महीने में शिक्षा विभाग में 61 हजार नई नियुक्तियां होंगी। इनमें 33 हजार शिक्षा सहायक, 13 हजार शिक्षक एवं 15 हजार शिक्षकों की नियुक्ति रीट के माध्यम से होगी।

शिक्षा राज्य मंत्री ने राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष प्रो. बी.एल.चौधरी, महापौर धर्मेन्द्र गहलोत एवं अन्य अतिथियों के साथ प्रतिभाशाली विद्यार्थी शालू शर्मा, मूनिशा बुशरा, निकिता डांगी, जुनैद अहमद, जयन्त सांखला, रितु बाकोलिया, रूपाली गुर्जर, नीलम सैनी एवं अन्य विद्यार्थियों को लैपटाॅप वितरित किए।
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