प्रदेश कांग्रेस ने की स्मृति ईरानी की निंदा
जयपुर। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी द्वारा पुरूषार्थ के स्थान पर किस्मत को ज्यादा वरीयता दिये जाने के मामले में राजस्थ...
डॉ. शर्मा ने एक बयान जारी कर कहा कि, ज्योतिष में विश्वास रखना व्यक्तिगत आस्था होती है, परन्तु मानव संसाधन विकास जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालय की मुखिया, जिनके कंधों पर भविष्य के नागरिकों को दिशा देने का दायित्व है, उनके द्वारा ही यदि कर्म के स्थान पर किस्मत को ज्यादा तवज्जो दी जाती है तो देश के बच्चे व युवा दिशाहीन होंगे।
उन्होंने कहा कि शायद ईरानी तकदीर के भरोसे इस पद तक पहुंची हैं, इसीलिए वह कर्म से ज्यादा तकदीर पर विश्वास करती हैं, क्योंकि चुनाव हारने के बाद भी प्रधानमंत्री ने उन्हें भारत सरकार के महत्वपूर्ण विभाग का मुखिया बनाया है।
डॉ. शर्मा ने कहा कि अच्छा होता कि मानव संसाधन विकास मंत्री अपनी अधूरी शिक्षा को जारी रखने का काम करती, जिससे कि देश के बच्चों में शिक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ती तथा उनका यह कदम देश के भविष्य के नागरिकों के लिए अनुकरणीय होता।
उन्होंने कहा कि भाजपा में यदि किसी के सबसे अच्छे दिन आए हैं तो वे ईरानी के हैं जो कि अधूरी शैक्षणिक योग्यता होने के बावजूद देश की शिक्षा नीति को निर्धारित करने की बागडोर संभाल रही हैं। उन्होंने कहा कि यह निन्दनीय है कि इस आधुनिक युग में ईरानी अंधविश्वास को बढ़ावा देने का काम कर रही हैं।