संसद में लहराया चाकू, मिर्च का स्प्रे चला, 18 सांसद सस्पेंड
नई दिल्ली। भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में आज का दिन काले अध्याय के रूप में याद किया जाएगा। आज संसद में भारी हंगामा देखने को मिला है। तेल...
तेलंगाना विरोध में कांग्रेस से निकाले जा चुके सांसद एल राजगोपाल ने बिल पेश होते ही आसपास खड़े सांसदों पर कालीमिर्च का स्प्रे छिड़क दिया। एल राजगोपाल विजयवाड़ा से सांसद हैं। स्प्रे की चपेट में आने से कई सांसदों की तबीयत बिगड़ गई, जिन्हें राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
सांसदों ने भारत के 121 करोड़ लोगों का सिर उस वक्त शर्म से झुका दिया, जब उन्होंने लोकतंत्र के सबसे बड़े मंदिर में न केवल चाकू लहराया, बल्कि सांसदों पर मिर्च पाउडर उड़ेल दिया। यही नहीं सांसदों ने एक दूसरे की जमकर धुनाई भी कर दी। यह सब कुछ हुआ अगल तेलंगाना राज्य के गठन के विरोध में।
केन्द्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार ने गुरूवार को जब लोकसभा में तेलंगाना बिल पेश किया तो आंध्र प्रदेश के बंटवारे का विरोध कर रहे सांसद भड़क गए। उन्होंने मर्यादा की सारी हदें लांघ दी। गृह मंत्री से बिल छीनने कर उसे फाड़ने की कोशिश की गई। लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार से भी माइक छीनने की कोशिश की। टीडीपी के सांसद वेणुगोपाल ने चाकू निकाल लिया।
इसी बीच कांग्रेस से बर्खास्त सांसद एल राजगोपाल ने अन्य सांसदों पर मिर्च पाउडर फेंक दिया। कई सांसदों की आंखों में मिर्च पाउडर चला गया। कई सांसद खांसने लगे। जिन सांसदों की आंखों में मिर्च पाउडर चला गया था उनकी आंखों पर पानी छिड़का गया। कई सांसदों की तबीयत खराब हो गई। आनन फानन में एंबुलेंस बुलाई गई और सांसदों को अस्पताल पहुंचा गया। सांसदों पर मिर्च पाउडर फेंकने के बाद मची अफरा तफरी के चलते सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई।
राज्यसभा में सीमांध्रा के सांसदों ने जमकर हंगामा किया। एकीकृत आंध्र के समर्थन में हाथों में तख्तियां लिए सांसद वैल में आ गए और सभापति का माइक तोड़ने की कोशिश की। संसद के बाहर तेलंगाना समर्थकों और विरोधियों के बीच हाथापाई हो गई। वहीं लोकसभा के अंदर हंगामे के साथ साथ संसद भवन के नजदीक भी तेलंगाना समर्थकों और विरोधियों में जमकर भिड़ंत हुई।
विजय चौक के पास तेलंगाना बिल के विरोधी और बंटवारे का समर्थन कर रहे लोग आपस उलझ गए। हालात को काबू करने के लिए सदन के भीतर और बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई। उधर आंद्रप्रदेश विधानसभा में भी तेलंगाना को लेकर दोनों तरफ के लोगों ने बवाल किया। भारी हंगामे को देखते हुए विधानसभा की कार्यवाही रोकनी पड़ी।