केजरीवाल ने मंत्रिमंडल को दिया अंतिम रूप, बगावत शुरू
गाजियाबाद। आम आदमी पार्टी के नेता अरविन्द केजरीवाल ने मंगलवार को अपने मंत्रिमंडल को अंतिम रूप दे दिया, जिसमें उनके करीबी मनीष सिसोदिया ए...
सरकार को अंतिम स्वरूप देने के प्रयास ऐसे दिन किए गए जबकि कांग्रेस में आप को सरकार बनाने के लिए समर्थन देने के मुद्दे पर भारी मतभेद सामने आए। बहरहाल, देर रात कांग्रेस सूत्रों ने इन खबरों को विराम देते हुए कहा कि वह फिलहाल समर्थन वापस नहीं लेगी। केजरीवाल के बृहस्पतिवार को शपथ लेने की संभावना है। उन्होंने छह मंत्रियों की सूची उप राज्यपाल नजीब जंग को भेजी है।
इनमें पटपड़गंज विधानसभा सीट से जीत हासिल करने वाले पूर्व पत्रकार सिसोदिया के अलावा राखी बिड़ला, सोमनाथ भारती, सौरभ भारद्वाज, गिरिश सोनी और सतेन्द्र जैन शामिल हैं। इस चुनाव में राखी बिड़ला ने लोक निर्माण विभाग मंत्री राजकुमार चौहान और सोमनाथ भाटी ने महिला एवं बाल विकास मंत्री किरण वालिया को हराया था।
इन नामों का खुलासा करते हुए सिसोदिया ने असंतोष होने की बात से इंकार किया। उन्होंने कहा कि अपनी टीम का चुनाव करना मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार होता है। बहरहाल, पार्टी सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस पष्ठभूमि से दिल्ली नगर निगम में तीन बार पार्षद रह चुके कुमार बिन्नी कैबिनेट में शामिल नहीं किए जाने के कारण नाराज हैं। केजरीवाल से उनके आवास पर मिलने गए बिन्नी बैठक के बीच में ही उठ कर चले गए और उन्होंने मीडिया को बताया कि वह कल संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करेंगे। इससे पार्टी की स्थिति शर्मसार हो सकती है।
सूत्रों के मुताबिक उन्हें शांत करने के लिए योगेन्द्र यादव सहित कई नेता प्रयास कर रहे हैं। इस बात को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं कि बिन्नी को विधानसभा अध्यक्ष बनाया जा सकता है। विधानसभा अध्यक्ष की भूमिका बंटे हुए सदन में काफी महत्वपूर्ण हो सकती है। इस बीच, समझा जाता है कि केजरीवाल ने वरिष्ठ आईएएस अधिकारी राजेन्द्र कुमार को मुख्यमंत्री का प्रधान सचिव बनाने का निर्णय किया है।
केजरीवाल की तरह 47 वर्षीय कुमार भी आईआईटी खड़गपुर के पूर्व छात्र हैं। वह फिलहाल उच्च शिक्षा सचिव हैं। कुमार ने यहां केजरीवाल से उनके आवास पर मुलाकात की। मुख्य सचिव डीएम सपोलिया ने भी केजरीवाल से मुलाकात की। इन्हें शिष्टाचार भेंट बताया गया। बिड़ला, भारती, जैन एवं सोनी ने भी केजरीवाल से मुलाकात की।