रतनगढ़ मंदिर भगदड़ में मरने वालों की संख्या 109 हुई
भोपाल। मध्य प्रदेश में भोपाल के दतिया से करीब 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित रतनगढ़ के समीप मंदिर में नवरात्रि के अंतिम दिन देवी दर्शन के ल...
https://khabarrn1.blogspot.com/2013/10/death-toll-reach-at-109-in-temple-stampede-MP.html
भोपाल। मध्य प्रदेश में भोपाल के दतिया से करीब 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित रतनगढ़ के समीप मंदिर में नवरात्रि के अंतिम दिन देवी दर्शन के लिए दूर-दूर से आए हजारों श्रद्घालुओं में मची भगदड़ में मरने वालों की संख्या 109 पहुंच गई है।
जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) आर एस गुप्ता ने रविवार रात संवाददाताओं को बताया कि अब तक जिले के विभिन्न अस्पतालों में 109 शवों का पोस्टमार्टम किया जा चुका है। हालांकि चम्बल रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) डी के आर्य का कहना है कि मरने वालों की संख्या अब भी 89 ही है।
सीएमएचओ गुप्ता ने कहा कि हादसे में 100 से अधिक लोग घायल हैं, जिनका ग्वालियर सहित जिले के विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है. उन्होंने इस बात से इंकार नहीं किया कि मरने वालों की संख्या बढ़ भी सकती है।
उल्लेखनीय है कि रतनगढ़ स्थित देवी मंदिर में नवरात्र के आज अंतिम दिन पूजा-अर्चना के लिए तड़के से ही दतिया और पड़ोसी राज्य उत्तरप्रदेश से हजारों श्रद्घालु आए हुए थे। डीआईजी आर्य का कहना है कि कुछ लोगों ने मंदिर के पहुंच मार्ग पर सिंध नदी का पुल टूटने की अफवाह फैलाई, जिससे श्रद्घालुओं में भगदड़ मच गई।
इससे पहले प्राथमिक रिपोर्ट में कहा गया था कि दर्शन करने खड़े कुछ लोगों ने लाइन तोड़ने का प्रयास किया, जिन पर नियंत्रण के लिए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया तो वहां भगदड़ मच गई। जिस समय भगदड़ मची उस वक्त सिंध नदी के पुल पर काफी संख्या में श्रद्घालु मौजूद थे, उनमें से कई अपनी जान बचाने के लिए नदी में कूद गए और कई कुचले गए।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हादसे पर दुख प्रकट करते हुए निर्वाचन आयोग से सहमति लेकर इसकी न्यायिक जांच कराने तथा इसमें मरने वालों के परिवारों को डेढ़-डेढ़ लाख, गंभीर रुप से घायलों को पचास-पचास हजार एवं अन्य घायलों को 25-25 हजार रुपये की तात्कालिक मदद की घोषणा की है।
जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) आर एस गुप्ता ने रविवार रात संवाददाताओं को बताया कि अब तक जिले के विभिन्न अस्पतालों में 109 शवों का पोस्टमार्टम किया जा चुका है। हालांकि चम्बल रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) डी के आर्य का कहना है कि मरने वालों की संख्या अब भी 89 ही है।
सीएमएचओ गुप्ता ने कहा कि हादसे में 100 से अधिक लोग घायल हैं, जिनका ग्वालियर सहित जिले के विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है. उन्होंने इस बात से इंकार नहीं किया कि मरने वालों की संख्या बढ़ भी सकती है।
उल्लेखनीय है कि रतनगढ़ स्थित देवी मंदिर में नवरात्र के आज अंतिम दिन पूजा-अर्चना के लिए तड़के से ही दतिया और पड़ोसी राज्य उत्तरप्रदेश से हजारों श्रद्घालु आए हुए थे। डीआईजी आर्य का कहना है कि कुछ लोगों ने मंदिर के पहुंच मार्ग पर सिंध नदी का पुल टूटने की अफवाह फैलाई, जिससे श्रद्घालुओं में भगदड़ मच गई।
इससे पहले प्राथमिक रिपोर्ट में कहा गया था कि दर्शन करने खड़े कुछ लोगों ने लाइन तोड़ने का प्रयास किया, जिन पर नियंत्रण के लिए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया तो वहां भगदड़ मच गई। जिस समय भगदड़ मची उस वक्त सिंध नदी के पुल पर काफी संख्या में श्रद्घालु मौजूद थे, उनमें से कई अपनी जान बचाने के लिए नदी में कूद गए और कई कुचले गए।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हादसे पर दुख प्रकट करते हुए निर्वाचन आयोग से सहमति लेकर इसकी न्यायिक जांच कराने तथा इसमें मरने वालों के परिवारों को डेढ़-डेढ़ लाख, गंभीर रुप से घायलों को पचास-पचास हजार एवं अन्य घायलों को 25-25 हजार रुपये की तात्कालिक मदद की घोषणा की है।