अपोलो अस्पताल ने किया तमिलनाडु सीएम जयललिता के निधन की खबर को खारिज
https://khabarrn1.blogspot.com/2016/12/apollo-hospital-denied-the-rumors-of-jayalalitha-death.html
चेन्नई। तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता के निधन की तमाम खबरों को अपोलो अस्पताल ने सिरे से खारिज किया कर दिया है। अस्पताल प्रशासन ने इस तरह की सभी खबरों को खारिज करते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री महोदया का इलाज अभी भी चल रहा है। उनकी हालत जरूर नाजुक बनी हुई है, जिसके लिए उन्हें ECMO और लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है।
इससे पहले, स्थानीय मीडिया ने यह खबर प्रसारित की थी कि उनका निधन हो गया। इसके बासद सोशल मीडिया में जयललिता के निधन की खबर वायरल होने लगी। इस खबर को उस समय और बल मिला, जब एआईएडीएम के पार्टी मुख्यालय पर पार्टी की झंडा झुका दिया गया था। हालांकि इसके बाद में एक बार फिर से झंडे को ऊपर कर दिया गया है।
गौरतलब है कि इससे पूर्व तमिल मीडिया में जयललिता की मौत की खबरें आने के बाद सोशल मीडिया में इस तरह की चर्चाएं होने लगी और देशभर की मीडिया में जयललिता की मौत की खबरों ने जोर पकड़ लिया। इसके बाद जयललिता की मौत की अफवाहों को लेकर अस्पताल प्रशासन ने खंडन करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री महोदया की मौत की खबरें सिर्फ अफवाह है। मुख्यमंत्री महोदया का अभी इलाज जारी है और उनकी हालत अभी नाजुक बनी हुई है।
इससे पहले, लंदन के चिकित्सक डॉ. रिचर्ड ने भी उनकी हालत अत्यंत खराब होने की पुष्टि कर दी थी। डॉ. रिचर्ड से जयललिता की हालत को लेकर मशविरा के बाद अस्पताल ने बयान जारी कर जयललिता की हालत बेहद क्रिटिकल बताई है।
उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व जयललिता को रविवार की शाम दिल का दौरा पड़ने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां सोमवार सुबह उनकी सर्जरी की गई थी। सर्जरी के अस्पताल ने उनकी तबीयत के बारे में मेडिकल बुलेटिन जारी कर कहा था कि जयललिता की हालत पहले से ज्यादा नाजुक हो गई है और उन्हें उन्हें ECMO और लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है। गौरतलब है कि इससे पूर्व भी 22 सितंबर को जयललिता को बीमार हालत में अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था और वो लगभग दो महीने आईसीयू में रहीं थीं।
इससे पहले, स्थानीय मीडिया ने यह खबर प्रसारित की थी कि उनका निधन हो गया। इसके बासद सोशल मीडिया में जयललिता के निधन की खबर वायरल होने लगी। इस खबर को उस समय और बल मिला, जब एआईएडीएम के पार्टी मुख्यालय पर पार्टी की झंडा झुका दिया गया था। हालांकि इसके बाद में एक बार फिर से झंडे को ऊपर कर दिया गया है।
गौरतलब है कि इससे पूर्व तमिल मीडिया में जयललिता की मौत की खबरें आने के बाद सोशल मीडिया में इस तरह की चर्चाएं होने लगी और देशभर की मीडिया में जयललिता की मौत की खबरों ने जोर पकड़ लिया। इसके बाद जयललिता की मौत की अफवाहों को लेकर अस्पताल प्रशासन ने खंडन करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री महोदया की मौत की खबरें सिर्फ अफवाह है। मुख्यमंत्री महोदया का अभी इलाज जारी है और उनकी हालत अभी नाजुक बनी हुई है।
इससे पहले, लंदन के चिकित्सक डॉ. रिचर्ड ने भी उनकी हालत अत्यंत खराब होने की पुष्टि कर दी थी। डॉ. रिचर्ड से जयललिता की हालत को लेकर मशविरा के बाद अस्पताल ने बयान जारी कर जयललिता की हालत बेहद क्रिटिकल बताई है।
उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व जयललिता को रविवार की शाम दिल का दौरा पड़ने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां सोमवार सुबह उनकी सर्जरी की गई थी। सर्जरी के अस्पताल ने उनकी तबीयत के बारे में मेडिकल बुलेटिन जारी कर कहा था कि जयललिता की हालत पहले से ज्यादा नाजुक हो गई है और उन्हें उन्हें ECMO और लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है। गौरतलब है कि इससे पूर्व भी 22 सितंबर को जयललिता को बीमार हालत में अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था और वो लगभग दो महीने आईसीयू में रहीं थीं।