तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता के निधन की खबर, नहीं हुई अधिकारिक पुष्टि
https://khabarrn1.blogspot.com/2016/12/jayalalithaa-has-been-passed-away-after-heart-attack-in-apollo-hospital-chennai.html
चेन्नई। तमिलनाडु की राजनीति में 'अम्मा' के नाम से मशहूर और तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता की अपोलो हॉस्पिटल में हार्ट अटैक से मौत होने की खबर जोरों पर है। तमिल मीडिया में जयललिता के निध्न की खबरें आने के बाद सोशल मीडिया में उनके निधन की खबरें वायरल होने लगी है। हालांकि अभी तक अस्पताल प्रशासन की ओर से इस बारे में अधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
गौरतलब है कि जयललिता को रविवार की शाम दिल का दौरा पड़ने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां सोमवार सुबह उनकी सर्जरी की गई थी। इस दौरान उनके हार्ट का आॅपरेशन किया गया था, जिसके बाद उनकी हालत लगातार बिगड़ती जा रही थी।
सर्जरी के अस्पताल ने उनकी तबीयत के बारे में मेडिकल बुलेटिन जारी कर कहा था कि जयललिता की हालत पहले से ज्यादा नाजुक हो गई है और उन्हें उन्हें ECMO और लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है। गौरतलब है कि इससे पूर्व भी 22 सितंबर को जयललिता को बीमार हालत में अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था और वो लगभग दो महीने आईसीयू में रहीं थीं।
अपोलो अस्पताल द्वारा जारी किए गए मेडिकल बुलेटिन के बारे में जानकारी मिलते ही जयललिता के तमाम समर्थक हॉस्पिटल पर भारी तादाद में जमा हो गए। वहीं हालात को काबू में रखने के लिए हॉस्पिटल के बाहर रैपिड एक्शन फाॅर्स तैनात की गई है।
सैकड़ों की संख्या में लोग चेन्नई के अपोलो अस्पताल के बाहर जमा होने लगे थे, जब से अम्मा की बिगड़ती हालात की खबर ने मीडिया में पहुंच बनाई। इस भीड़ को काबू में रखने के लिए पुलिस ने पूरी कोशिश चालू रखी हुई है। अस्पताल की ओर से जाने वाली मुख्य सड़क पर आवाजाही रोक दी गई है। बैरिकेडों की मदद से अस्पताल के आसपास लोगों का आना-जाना नियंत्रित किया जा रहा है और अस्पताल के आस-पास पुलिस भी मौजूद है।
गौरतलब है कि जयललिता को रविवार की शाम दिल का दौरा पड़ने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां सोमवार सुबह उनकी सर्जरी की गई थी। इस दौरान उनके हार्ट का आॅपरेशन किया गया था, जिसके बाद उनकी हालत लगातार बिगड़ती जा रही थी।
सर्जरी के अस्पताल ने उनकी तबीयत के बारे में मेडिकल बुलेटिन जारी कर कहा था कि जयललिता की हालत पहले से ज्यादा नाजुक हो गई है और उन्हें उन्हें ECMO और लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है। गौरतलब है कि इससे पूर्व भी 22 सितंबर को जयललिता को बीमार हालत में अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था और वो लगभग दो महीने आईसीयू में रहीं थीं।
अपोलो अस्पताल द्वारा जारी किए गए मेडिकल बुलेटिन के बारे में जानकारी मिलते ही जयललिता के तमाम समर्थक हॉस्पिटल पर भारी तादाद में जमा हो गए। वहीं हालात को काबू में रखने के लिए हॉस्पिटल के बाहर रैपिड एक्शन फाॅर्स तैनात की गई है।
सैकड़ों की संख्या में लोग चेन्नई के अपोलो अस्पताल के बाहर जमा होने लगे थे, जब से अम्मा की बिगड़ती हालात की खबर ने मीडिया में पहुंच बनाई। इस भीड़ को काबू में रखने के लिए पुलिस ने पूरी कोशिश चालू रखी हुई है। अस्पताल की ओर से जाने वाली मुख्य सड़क पर आवाजाही रोक दी गई है। बैरिकेडों की मदद से अस्पताल के आसपास लोगों का आना-जाना नियंत्रित किया जा रहा है और अस्पताल के आस-पास पुलिस भी मौजूद है।