शिवकासी : पटाखों में आग की भेंट चढ़ गई दो मासूम बच्चियां
https://khabarrn1.blogspot.com/2016/06/in-sivakasi-two-innocent-girls-lost-their-live-as-fire-in-crackers.html
शिवकासी। तमिलनाडु का शिवकासी कस्बा, जो कि देशभर में पटाखों के लिए जाना जाता है, वहां दो मासूम लड़कियां पटाखों की भेट चढ़ गई है। दरअसल, यहां एक घर में सो रही दो नाबालिग लड़कियों की आग में जलकर मौत हो गई। यह दर्दनाक हादसा पटाखों की बत्तियों के ढेर में आग लग जाने की वजह से हुआ और दोनों लड़कियां आग में जिन्दा जल गई।
जानकारी के मुताबिक, शिवकासी के दुरईसामीपुरम में एक परिवार पटाखा बनाने का काम करता है, जहां सैंकड़ों की तादाद में पटाखों की बत्तिया रखी हुई थी। इसी दौरान अचानक घर में आग लग गई और घर में सो रही दो नाबालिग लड़कियां आग में जिंदा जलकर इन पटाखों की भेंट चढ़ गई।
पुलिस की प्रारम्भिक जांच पड़ताल में सामने आया है कि घर में पटाखों की बत्तियां अवैध रूप से रखी गई थीं। पुलिस के मुताबिक, इलेक्ट्रिकल शार्ट सर्किट के कारण बत्तियों ने आग पकड़ ली और इसी के चलते ये हादसा हो गया। आग में जलकर मरने वाली दोनों लड़कियों में एक चार साल की और आठ साल की थी।
गौरतलब है कि शिवकासी में बड़े स्तर पर विस्फोटक पटाखे बनाए जाने का काम किया जाता है और यहां पटाखों के कारखाने बड़ी तादाद में हैं। इन कारखानों में बनाए जाने वाले पटाखों को बनानें के लिए इस्तेमाल की जाने वाली सल्फर मिश्रित बत्तियां भी यहां पर लगाई जाती हैं। किसी भी पटाखे को चलाने के लिए इन बत्तियों में ही आग लगाई जाती है।
उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व भी शिवकासी में इस प्रकार से पटाखों की फैक्ट्रियों एवं अन्य कई जगहों पर आग लगने की घटनाएं कई बार सामने आ चुकी है। लेकिन इन सबके बावजूद यहां बड़ स्तर पर पटाखें बनाए जाने का काम बदस्तूर जारी है।
जानकारी के मुताबिक, शिवकासी के दुरईसामीपुरम में एक परिवार पटाखा बनाने का काम करता है, जहां सैंकड़ों की तादाद में पटाखों की बत्तिया रखी हुई थी। इसी दौरान अचानक घर में आग लग गई और घर में सो रही दो नाबालिग लड़कियां आग में जिंदा जलकर इन पटाखों की भेंट चढ़ गई।
पुलिस की प्रारम्भिक जांच पड़ताल में सामने आया है कि घर में पटाखों की बत्तियां अवैध रूप से रखी गई थीं। पुलिस के मुताबिक, इलेक्ट्रिकल शार्ट सर्किट के कारण बत्तियों ने आग पकड़ ली और इसी के चलते ये हादसा हो गया। आग में जलकर मरने वाली दोनों लड़कियों में एक चार साल की और आठ साल की थी।
गौरतलब है कि शिवकासी में बड़े स्तर पर विस्फोटक पटाखे बनाए जाने का काम किया जाता है और यहां पटाखों के कारखाने बड़ी तादाद में हैं। इन कारखानों में बनाए जाने वाले पटाखों को बनानें के लिए इस्तेमाल की जाने वाली सल्फर मिश्रित बत्तियां भी यहां पर लगाई जाती हैं। किसी भी पटाखे को चलाने के लिए इन बत्तियों में ही आग लगाई जाती है।
उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व भी शिवकासी में इस प्रकार से पटाखों की फैक्ट्रियों एवं अन्य कई जगहों पर आग लगने की घटनाएं कई बार सामने आ चुकी है। लेकिन इन सबके बावजूद यहां बड़ स्तर पर पटाखें बनाए जाने का काम बदस्तूर जारी है।
