इंजन बने होने के बाद बिना ड्राइवर के 15 किमी तक दौड़ी राजधानी एक्सप्रेस
https://khabarrn1.blogspot.com/2016/06/after-engine-turned-rajdhani-express-ran-up-to-15-km-without-driver.html
नई दिल्ली। जरा सोचिये कि अगर कोई ट्रेन इंजन बंद होने के बावजूद बिना ड्राइवर के ही चल पड़े तो क्या हो। दरअसल ये कोई कहानी, किस्सा या फिजूल का कोई सवाल नहीं है। क्योंकि एक ऐसा ही वाकया आज उस वक्त पेश आया, जब राजधानी एक्सप्रेस इंजन बंइ होने के बाद बिना ड्राइवर के ही ट्रैक पर दौड़ने लगी, जिसने करीब 15 किलोमीटर का सफर बिना ड्राइवर के ही तय कर लिया। अब आप सोच रहे होंगे कि, इस दौरान जरूर कोई हादसा हुआ होगा। लेकिन ऐसा नहीं है, बाद में ट्रेन को रोक लिया गया।
दरअसल, ये चौंकाने वाली घटना मडगांव से निजामुद्दीन के बीच चलने वाली राजधानी एक्सप्रेस में देखने को मिली है। राजधानी ट्रेन रत्नागिरी के पास एक ढलान पर बिना ड्राइवर के ही 15 किलोमीटर तक चलती रही। इसके बाद जब चढ़ाव भरा रास्ता आया तो ट्रेन की स्पीड कम हुई और आखिरकार ड्राइवर ने ट्रेन में चढ़कर इसे रोक लिया।
ख़बरों के मुताबिक, राजधानी एक्सप्रेस में रत्नागिरी रेलवे स्टेशन के पास इंजन में कुछ खराबी आ गई थी, जिसके बाद इसे एक सुरंग के पास ट्रेन को रोक दिया गया। ड्राइवर ट्रेन से उतरकर टेक्नीशियन्स के साथ मिलकर खराबी का पता लगाने का प्रयास कर रहा था तभी ढलान होने की वजह से ट्रेन अचानक से खुद ही चल पड़ी।
बताया जा रहा है कि ये ट्रेन बिना ड्राइवर के 15 किलोमीटर तक यूं ही चलती रही। इसके बाद जब चढ़ाव भरा रास्ता आयो तो ट्रेन की स्पीड कम होने पर ड्राइवर ने ट्रेन में चढ़कर इसे रोक लिया। गनीमत रही कि इस दौरान कोई हादसा पेश नहीं आया और ट्रेन को सही सलामत रोक लिया गया।
वहीं इस मामले में कोंकण रेलवे के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर संजय गुप्ता का कहना है कि, ट्रेन के बिना ड्राइवर चलने और 15 किलोमीटर का सफर तय करने की खबर गलत है। हालांकि उन्होंने इतना जरूर माना कि ट्रेन थोड़ी दूर तक ढलान होने की वजह से फिसल गई थी, जिसे बाद में रोक लिया गया। उन्होंने कहा कि हमने जांच के आदेश दे दिए हैं।
दरअसल, ये चौंकाने वाली घटना मडगांव से निजामुद्दीन के बीच चलने वाली राजधानी एक्सप्रेस में देखने को मिली है। राजधानी ट्रेन रत्नागिरी के पास एक ढलान पर बिना ड्राइवर के ही 15 किलोमीटर तक चलती रही। इसके बाद जब चढ़ाव भरा रास्ता आया तो ट्रेन की स्पीड कम हुई और आखिरकार ड्राइवर ने ट्रेन में चढ़कर इसे रोक लिया।
ख़बरों के मुताबिक, राजधानी एक्सप्रेस में रत्नागिरी रेलवे स्टेशन के पास इंजन में कुछ खराबी आ गई थी, जिसके बाद इसे एक सुरंग के पास ट्रेन को रोक दिया गया। ड्राइवर ट्रेन से उतरकर टेक्नीशियन्स के साथ मिलकर खराबी का पता लगाने का प्रयास कर रहा था तभी ढलान होने की वजह से ट्रेन अचानक से खुद ही चल पड़ी।
बताया जा रहा है कि ये ट्रेन बिना ड्राइवर के 15 किलोमीटर तक यूं ही चलती रही। इसके बाद जब चढ़ाव भरा रास्ता आयो तो ट्रेन की स्पीड कम होने पर ड्राइवर ने ट्रेन में चढ़कर इसे रोक लिया। गनीमत रही कि इस दौरान कोई हादसा पेश नहीं आया और ट्रेन को सही सलामत रोक लिया गया।
वहीं इस मामले में कोंकण रेलवे के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर संजय गुप्ता का कहना है कि, ट्रेन के बिना ड्राइवर चलने और 15 किलोमीटर का सफर तय करने की खबर गलत है। हालांकि उन्होंने इतना जरूर माना कि ट्रेन थोड़ी दूर तक ढलान होने की वजह से फिसल गई थी, जिसे बाद में रोक लिया गया। उन्होंने कहा कि हमने जांच के आदेश दे दिए हैं।
