गूगल कार की तरह मोबाइल को बनाया रिमोट और खिलौने समान चलाई कार

Google Car, remote car, driver less car, Pokhran, Mobile car, गूगल कार, ड्राइवर लेस कार, भोमराज गहलोत, मोबाइल चलित कार
पोकरण (सुरेन्द्र केवलिया)। आपने जैम्स बाँड को फिल्मों में मोबाइल से कार को चलाते हुए देखा होगा। वहीं उसी फिल्म के आधार पर गूगल कार (ड्राइवर लेस) का भी निर्माण किया जा चुका है, जो बिना ड्राइवर के अपने-आप चलती है। इसी प्रकार से गूगल कार तथा जैम्स बाँड की फिल्मों से प्रेरित होकर यहां छायण गांव के एक वैल्डर ने एेसी कार बना दी, जो मोबाइल से स्टार्ट होती है और मोबाइल से ही चलती भी है।

मोबाइल से इस कार का स्टेरिंग घूमता है और इसी से ही कार का एक्सीलेटर भी कंट्रोल किया जाता है। ये कहने में कोई अतिशियोक्ति नहीं होगी कि यह कार मोबाइल से चलती है। इस तकनीक को ईजाद किया है छायण गांव के पूनाराम गहलोत के बेटे भोमराज ने, जो पेशे से वैल्डर है।

28 वर्षीय भोमराज ने इंटरनेट पर गूगल कार को देखा तथा उसी की तर्ज पर मोबाइल से चलने वाली कार बनाने का प्रयास किया। पन्द्रह दिन की कठिन मेहनत तथा अथक प्रयासों से भोमराज ने यह करिश्मा कर दिखाया। वहीं भोमराज के हैल्पर के रूप में समंदर सिंह अपनी सहायता दे रहे हैं।
Google Car, remote car, driver less car, Pokhran, Mobile car, गूगल कार, ड्राइवर लेस कार, भोमराज गहलोत, मोबाइल चलित कार

पन्द्रह दिन में बनाई मोबाइल चलित कार

राजस्थान न्यूज 1 संवाददाता से विशेष बातचीत के दौरान भोमराज ने बताया कि इंटरनेट पर गूगल कार को देखा तथा इसकी तर्ज पर कार बनाना शुरू किया। उन्होंने बताया कि वैल्डिंग की दुकान में काम के बाद फ्री टाइम में उन्होंने इस कार को बनाना शुरू किया तथा यह कार उनके लिए जुनून बन गया। गहलोत दिन-रात इस कार को बनाने में जुट गए और पन्द्रह दिनों के अथक प्रयासों के बाद इस कार का निर्माण किया। उन्होंने बताया कि इस कार को बनाने तथा उपकरण लगाने में कुल 14 हजार रुपए का खर्च आया।

छठी पास है भोमराज गहलोत

भोमराज ने मात्र छठी कक्षा तक ही पढ़ाई की है और सातवीं कक्षा में पढ़ाई के दौरान पढ़ाई से मन उठने पर सांतवी में फैल हो गए और पढ़ाई छोड़ दी। वहीं मोबाइल आने के साथ ही उनका मोबाइल में तथा मोबाइल से होने वाले कार्यों में रूची बढ़ने लगी। स्थिति यह हो गई उनके द्वारा मोबाइल से ट्यूबवैल की मशीन को चालू करने के साथ साथ कई अन्य अविष्कार भी किए गए।

4जी नेटवर्क और सेंसर मिले तो बन सकती है आकर्षक कार

भोमराज ने कहा कि यह कार हाल ही में किपैड के मोबाइलों से चलती है, जिसमें 1 नम्बर से बांए, 3 नम्बर से दांए, 5 नम्बर से एक्सिलेटर तथा 0 से रेस तथा गियर आदि लगाए जाते हैं। उन्होंने कहा कि 3जी नेटवर्क के दौरान यह कार तीन सैकण्ड बाद में अपना वीडियो बताती है। अगर 4जी नेटवर्क मिले और सेंसर मिले तो इस कार को ओर भी बेहतर व आकर्षक बनाया जा सकता है।

इस लेख पर अपने विचार व्यक्त करें...

Related Posts

Special 7956881276539576444
item