करियर में टिके रहने के लिए, दफ्तर की राजनीति से भी निपटना सीखें
https://khabarrn1.blogspot.com/2015/09/learn-to-deal-with-office-politics.html
दफ्तर में फुर्ती दिखाना और कार्यस्थल की राजनीति से निपटना आना करियर में सफलता के लिए सबसे महत्वपूर्ण है। एक सर्वेक्षण में कहा गया है कि यदि किसी व्यक्ति में ये गुण नहीं है, तो अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद उसके लिए पेशेवर करियर में आगे बढ़ना मुश्किल है। एक प्रमुख रोजगार खोज पोर्टल द्वारा करियर के रास्ते में आने वाली बाधाओं पर किए गए सर्वेक्षण में यह तथ्य सामने आया है।
सर्वेक्षण में कहा गया कि यदि किसी व्यक्ति को आगे बढ़ना है, तो उसे दफ्तर में फुर्ती दिखानी होगी। सर्वेक्षण में पेशेवरों का कहना था कि सिर्फ कार्य प्रदर्शन ही जरूरी नहीं है। किसी बदलाव को सकारात्मक रूख से लेना और नई वास्तविकताओं पर तेजी से प्रतिक्रिया देना महत्वपूर्ण करियर योग्यताएं हैं।
सर्वेक्षण में शामिल एक तिहाई यानी 34 फीसद पेशेवरों का कहना था कि दफ्तर में कामकाज में चुस्ती फुर्ती का अभाव प्रमुख कारण है, जिससे आपका करियर पटरी से उतर सकता है। करीब 31 फीसद पेशेवरों ने कहा कि यदि किसी व्यक्ति में कार्यस्थल की राजनीति से निपटने की क्षमता नहीं है, तो इससे उसके करियर का विकास रूक सकता है।
वहीं 23 फीसद ने कहा कि विस्तारित भूमिका में आगे बढ़ने की क्षमता का अभाव करियर की एक प्रमुख चिंता है। वहीं 12 प्रतिशत ने कहा कि अहम या मैं को काबू नहीं कर पाने से भी करियर में ठहराव आता है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि कार्य-प्रदर्शन से ज्यादा जरूरी बदलाव को अपनाना, नए कौशल तथा नित सीखने की क्षमता करियर के लिए महत्वपूर्ण हैं।
सर्वेक्षण में कहा गया कि यदि किसी व्यक्ति को आगे बढ़ना है, तो उसे दफ्तर में फुर्ती दिखानी होगी। सर्वेक्षण में पेशेवरों का कहना था कि सिर्फ कार्य प्रदर्शन ही जरूरी नहीं है। किसी बदलाव को सकारात्मक रूख से लेना और नई वास्तविकताओं पर तेजी से प्रतिक्रिया देना महत्वपूर्ण करियर योग्यताएं हैं।
सर्वेक्षण में शामिल एक तिहाई यानी 34 फीसद पेशेवरों का कहना था कि दफ्तर में कामकाज में चुस्ती फुर्ती का अभाव प्रमुख कारण है, जिससे आपका करियर पटरी से उतर सकता है। करीब 31 फीसद पेशेवरों ने कहा कि यदि किसी व्यक्ति में कार्यस्थल की राजनीति से निपटने की क्षमता नहीं है, तो इससे उसके करियर का विकास रूक सकता है।
वहीं 23 फीसद ने कहा कि विस्तारित भूमिका में आगे बढ़ने की क्षमता का अभाव करियर की एक प्रमुख चिंता है। वहीं 12 प्रतिशत ने कहा कि अहम या मैं को काबू नहीं कर पाने से भी करियर में ठहराव आता है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि कार्य-प्रदर्शन से ज्यादा जरूरी बदलाव को अपनाना, नए कौशल तथा नित सीखने की क्षमता करियर के लिए महत्वपूर्ण हैं।