फिपिक को अब 200 हजार करोड़ का वित्तीय सहयोग
मोदी ने आज यहां फिपिक देशों के प्रमुखों को संबोधित करते हुये कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ की स्थापना की 70वीं वर्षगांठ आने वाली है। इसके लिए उन्होंने सभी सदस्य देशों को पत्र लिखकर इसमें सुधार की आवश्यकता बताई है।
जयपुर के रामबाग पैलेस में शुरू हुए समिट में मोदी ने कहा, सभी देशों को भारत का पूरा साथ हमेशा मिलता रहा है और रहेगा। सभी फिपिक देशों से यह अपेक्षा है कि वे संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद में स्थाई सदस्य बनाए जाने के लिए भारत को वोट करें। भारत को सभी देशों से बहुत उम्मीद है।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संक्षिप्त संबोधन में फिपिक के लिए बड़ी घोषणा की। उन्होंने भारत की ओर से फिपिक को दिए जाने वाले वित्तीय सहयोग 125 हजार करोड़ डॉलर को बढ़ाकर 200 हजार करोड़ करने की घोषणा की है। इस घोषणा का सभी फिपिक देशों ने स्वागत किया।
मोदी ने कहा कि ग्लाेबलाइज वर्ल्ड के अवसर और चुनौतियां पेसेफिक वर्ल्ड तरफ शिफ्ट हो रही हैं। ऐसे फिपिक देशों की जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। सम्मेलन के उद्घाटन से पहले मोदी की मौजूदगी में चार देशों के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी हुई।
मोदी ने कहा कि प्रशांत द्वीपीय देशों के पास विशेष आर्थिक क्षेत्र है। इसी तरह की परिस्थितियां भारत के पास भी है। उन्होंने कहा कि आपस में मिलकर काम करेंगे तभी सभी का विकास होगा। मोदी ने कहा कि भारत और सभी देशों की मूल चुनौतियां लगभग एक जैसी ही है और भारत इन देशों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करने को तैयार है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत सुरक्षा परिषद का सदस्य बनने का इच्छुक है और इन देशों ने भारत के प्रति जो समर्थन व्यक्त किया है हम उनका आभार व्यक्त करते हैं। प्रधानमंत्री ने समिट की मेजबानी के लिए मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का भी आभार जताया।