सीएमएचओ पर सरकार को करोड़ों रुपए की चपत लगाने का आरोप
https://khabarrn1.blogspot.com/2015/06/accused-of-forgery-on-CMHO-ajmer.html
अजमेर। अजमेर सीएमएचओ पर निविदाओं में राज्य सरकार को करोड़ों रुपए की चपत लगाने का आरोप लगाया गया है। पूर्व में भ्रष्टाचार में लिप्त पाए जाने पर पूर्व जिला प्रमुख सुशील कंवर पलाड़ा द्वारा निष्कासित सहायक लेखाधिकारी ओमसिंह पर वर्त्तमान जिला प्रमुख वंदना नोंगिया ने भी जांच बिठाई है। वहीं मात्र 2 महीने बाद रिटायर होने वाले सीएमएचओ डॉ खत्री पर भी मिलीभगत और शह दिए जाने के गंभीर आरोप लगने से वे पेंशन की परेशानी में आ सकते हैं।
राजस्थान पत्रकार संघ के महामंत्री विक्रम बेदी ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा योजना एवं जांच योजना के तहत संविदा पर लगाये गए स्टॉफ के लिए निविदाएं आमंत्रित की गई थी और न्यूनतम दर देने वाली फर्म को आमंत्रित किया गया था, परंतु ओमसिंह ने फर्म से सांठगाँठ करते हुए न्यूनतम दर बढ़ाई और भुगतान दिलाते हुए राज्य सरकार को लाखों रुपये का नुक्सान पहुंचाया।
कार्मिकों को लगाने से लेकर हटाए जाने और निःशुल्क दवा योजना और जांच योजना में बिलों की गड़बड़ी करते हुए बंदरबांट हुई है। पूर्व में यह जांच अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ लक्ष्मण हरचन्दनी को दिए जाने के आदेश जारी हो गए थे, मगर ओमसिंह के दबाव में डॉ खत्री ने एनआरएचएम के लेखा सहायक को जांच सौंपी।
उलेखनीय है कि डॉ लक्ष्मण ने उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए पूर्व जिला प्रमुख ने सीएमएचओ कार्यालय हटाते हुए सॅटॅलाइट अस्पताल में लगाया था, मगर वहां भी लैब के सामान में लाखो रुपये की हेराफेरी के आरोप है।
राजस्थान पत्रकार संघ के महामंत्री विक्रम बेदी ने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा योजना एवं जांच योजना के तहत संविदा पर लगाये गए स्टॉफ के लिए निविदाएं आमंत्रित की गई थी और न्यूनतम दर देने वाली फर्म को आमंत्रित किया गया था, परंतु ओमसिंह ने फर्म से सांठगाँठ करते हुए न्यूनतम दर बढ़ाई और भुगतान दिलाते हुए राज्य सरकार को लाखों रुपये का नुक्सान पहुंचाया।
कार्मिकों को लगाने से लेकर हटाए जाने और निःशुल्क दवा योजना और जांच योजना में बिलों की गड़बड़ी करते हुए बंदरबांट हुई है। पूर्व में यह जांच अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ लक्ष्मण हरचन्दनी को दिए जाने के आदेश जारी हो गए थे, मगर ओमसिंह के दबाव में डॉ खत्री ने एनआरएचएम के लेखा सहायक को जांच सौंपी।
उलेखनीय है कि डॉ लक्ष्मण ने उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए पूर्व जिला प्रमुख ने सीएमएचओ कार्यालय हटाते हुए सॅटॅलाइट अस्पताल में लगाया था, मगर वहां भी लैब के सामान में लाखो रुपये की हेराफेरी के आरोप है।