हाफिज सईद का टारगेट अब राजस्थान की पश्चिमी सीमा!
बाड़मेर ( दुर्गसिंह राजपुरोहित )। मुंबई हमले का मास्टर माईंड व खतरनाक आतंकी संगठन का चीफ हाफिज सईद को राजस्थान के सीमावर्ती इलाके जैसलमेर ...
खतरनाक आतंकवादी हाफिज सईद ने अंतरराष्ट्रीय सीमा के 15-17 कि.मी अंदर पाकिस्तानी क्षेत्र मिठी में उसने शुक्रवार को कई सभाऐं कर न केवल भारत के खिलाफ भड़काउ भाषण दिए, वरन वहां निवास कर रहे हिन्दुओं को डरा-धमका कर भारत के खिलाफ कार्य करने के लिए उन्हें तैयार किया, रविवार को भी जैसलमेर-बाड़मेर से लगती सीमा के सामने सीमा पार पाकिस्तान के कई सीमाई गांव में उसने दौरा कर कई सभाओं को संबोधित कर भारत के खिलाफ जहर उगला।
हाफिज सईद के साथ-साथ चल रहे बड़े आतंकवादियों के समूह के खासकर जैसलमेर सीमा के सामने सिंध क्षेत्र में सक्रिय होने से भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को चिन्तित कर दिया हैं तथा शनिवार देर रात राजस्थान से लगती समूची सीमा पर बीएसएफ को अत्यधिक सर्तक रहने के निर्देश दिए हैं।
विश्वसनीय रक्षा व खुफिया सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार लश्करे-तय्यबा के चीफ हाफिज सईद द्वारा पिछले एक महिने से लगातार राजस्थान-गुजरात से लगती अंतरराष्ट्रीय सीमा के सामने सीमा पार पाकिस्तानी सिंध क्षेत्र में बड़ी संख्या में सीमाई इलाकाो में जाकर भारत विरोधी भावनाओं को भड़काकर ना केवल जहर उगला, वरन भारत के खिलाफ आतंकी गतिविधियों में भर्ती होने के लिए तैयार रहने को कहा।
हाफिज सईद द्वारा इन दिनो फिज सैयद द्वारा इन दिनों खासकर पाकिस्तानी पंजाब क्षेत्र के लिए नये आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के कई स्थानों पर बकायदा भर्ती कैम्प करने के लिए मुहिम शुरु की गई हैं, इसके लिए कई स्थानों पर बकायदा भर्ती केंप चलाये जा रहे हैं तथा इसके लिए बड़े पैमाने पर करोड़ो रुपये की राशि इन नये आतंकवादियों के रंगरुटो को दी जा रही है।
सूत्रों ने बताया कि हाफिज सईद को पिछले तीन चार दिनों से जैसलमेर लगती सीमा के सामने अपने अन्य ग्रुपों के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा से 15 से 20 कि.मी. अंदर पाकिस्तानी इलाकों में घूमते हुवे देखा गया हैं, शुक्रवार को जैसलमेर के पश्चिम तनोट के नीचे वाले इलाको के सामने के सामने सीमा पार सीमा से मात्र 17 कि.मी. दूर पाकिस्तानी गांव मीठी, बिटाला व इस्लामकोट, मीरपुर खास, खैरपुर आदि क्षेत्रों में भारत विरोधी गतिविधियों के लिये कई सभाएं करने के साथ हिन्दु अल्पसंख्यकों को अपने बच्चों को आतंकवाद के लिये भर्ती करने को मोटिवेशन करते देखा गया था।
शनिवार को भी उसके कई सीमाई इलाकों के गांव में घूमने की जानकारी मिल रही है। सीमा पार से मिल रही रिपोर्टों के अनुसार हाफिज सईद द्वारा इन सभाओं में भारत के खिलाफ न केवल जबरदस्त जहर उगल रहा हैं, वरन बड़ी संख्या में इन सभाओं में से युवाओं को अपने आतंकवादी केम्पों में टेªनिंग के लिये भर्ती किया जा रहा है।
गौरतलब हैं कि मुम्बई हमले का मास्टर माईन्ड लश्कर-ए-तय्यबा का सरगना हाफिज सईद ही था तथा इन हमलों में मुम्बई में पकड़ा गया जिन्दा आतंकवादी मौहम्मद कसाब, जिसे बाद में फांसी दी गई थी वह भी जैसलमेर से सटे बीकानेर जिले के सामने पाकिस्तानी क्षेत्र भावलपुर का निवासी था। इससे साफ जाहिर हो रहा हैं कि हाफिज सईद फिर जैसलमेर-बीकानेर के सामने इसी सीमावर्ती पाकिस्तानी क्षेत्र से नए आतंकवादियों की भर्ती कर रहा हैं, जिसका उपयोग वह निश्चित रूप से भारत के खिलाफ किसी बड़े आतंकी हमले में करेगा।
सूत्रों ने बताया कि हाफिज सईद के जैसलमेर की सीमा के सामने घूमने व उसके खतरनाक मंसूबों की जानकारी पाकर सीमा सुरक्षा बल को भी शनिवार देर रात अत्यधिक सतर्क रहने के निर्देश दिये हैं। सीमा सुरक्षा बल ने यह आशंका भी जाहिर की हैं कि हाफिज सईद सीमा पार से लश्करे-तय्यबा के आतंकवादियों को राजस्थान सीमा में घुसा सकता है। हाफिज सईद का पिछले कई दिनों से सीमाई इलाकों में घूमना सुरक्षा ऐजेन्सीयों के लिये सचमुच चिंता का विषय हैं, इसको देखते हुए पूरी सीमा पर सतर्कता बढ़ा दी गई है।
वहीं दूसरी तरफ सीमा पर पाकिस्तानी पंजाबी क्षेत्र में आतंकी संगठन जमातुल-दवा बड़े पैमाने पर 14-15 साल के बच्चों को इस्लामिक स्टडी के नाम पर भर्ती किया जा रहा है तथा वहां पर उनका ब्रेनवाश करने के बाद लश्करे-तय्यबा के आतंकी ट्रेनिंग केम्पों में हथियार बम विस्फोट व अन्य आतंकी गतिविधियों की ट्रेनिंग के लिये भर्ती किया जा रहा है। लश्करे-तय्यबा के उस क्षेत्र के कमाण्डर अबू मजहर के नेतृत्व में चल रहे इस भर्ती अभियान में बड़े पैमाने पर किशोरों की भर्ती की जा रही है।