सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मे रिक्त पद बने मजबूरी
बूंदी । ( हनुमान गौड) सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र देई मे चिकित्सको सहित अन्य चिकित्साकर्मियो के रिक्त पदो के चलते अस्पताल मे इलाज कराने ...
इनमे से एक चिकित्सक अधिकतर समय अस्पताल के कार्या मे व्यस्त होता है। एक चिकित्साकर्मी पर रोजाना दो से तीन सो आउटडोर इमरजेंसी व्यवस्थाओ का जिम्मा होने से अस्पताल मे इलाज के लिए आने वाले मरीजो को समस्याएं उठानी पडती है। अस्पताल मे लम्बे समय से कोई महिला चिकित्सक नही है ओर दवाईयां भी कम मात्रा मे उपलब्ध है।अस्पताल मे देई सहित आसपास के करीब तीस चालीस गांवो के लोग इलाज के लिए आते है।
यह रिक्त पद अस्पताल मे छह चिकित्सको मे एक मेडिसन स्पेशलिस्ट,एक सर्जन,दो सीनीयर मेडिकल ऑफिसर व दो मेडिकल ऑफिसर के पद है जिनमे से वर्तमान मे सिर्फ दो मेडिकल ऑफिसर कार्यरत है। वही मेल नर्स के सात पदो मे से दो पद रिक्त है। जिससे इलाज के लिए आने वाले मरीजो को इलाज के लिए भारी परेशानी का सामना करना पडता है।
प्रतिनियुक्तियो से बिगडी व्यवस्था अस्पताल मे चिकित्सको के पद पहले से रिक्त चल रहे थे। उसमे वरिष्ट चिकित्सका अधिकारी डां पीसी मीणा की प्रतिनियुक्ति बीसीएमओ बून्दी करने से चिकित्साकर्मियो की कमी मे आग मे घी का काम किया। अस्पताल के मेलनर्स द्वितीय मोहम्मद अयाज अंसारी की प्रतिनियुक्ति प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बडानयागांव,सहायक रेडियोग्राफर महावीर मीणा नैनवां व सूचना सहायक रवि जैन परि.प्रबंधक अनुजा निगम बून्दी मे प्रतिनियुक्ति पर तेनात है।
आदेश पर भी निरस्त नही हुई प्रतिनियुक्तियां जानकार सूत्रो के अनुसार बीस जून को मुख्य चिकित्सका एवं स्वास्थ्य अधिकारी बून्दी ने कार्यालय आदेश जारी कर कार्यालय के अधिनस्थ संचालित चिकित्सका संस्थानो मे प्रतिनियुक्ति ,कार्य व्यवस्थार्थ लगे हुए समस्त कार्मिको की प्रतिनियुक्ति तुरन्त प्रभाव से निरस्त कर अपने अधीनस्थ संस्थाान मे लगे कार्मिको को उनके मूल पदस्थापन स्थान हेतु कार्यमुक्त कर इस आशय का प्रमाण पत्र कार्यालय मे प्रस्तुत करना था। लेकीन अस्पताल से प्रतिनियुक्ति पर लगे कार्मिक अभी तक प्रतिनियुक्ति पर है। इनमे मेलनर्स द्वितीय मोहम्मद अयाज अंसारी की प्रतिनियुक्ति काफी लम्बे समय से बनी हुई है।
महिला चिकित्सक का इंतजार अस्पताल मे लम्बे समय से महिला चिकित्सक नही होने से महिलाओ को इलाज के लिए बून्दी कोटा जाना पड रहा है। अस्पताल मे हर माह करीब सवा सो महिलाएं डिलीवरी के लिए आती है। परन्तु महिला चिकित्सक के अभाव मे जटिल प्रसव पर जननी को बून्दी रेफर करना पडता है। अस्पताल से जून माह मे ही करीब तीस महिलाओ को डिलीवरी के लिए बून्दी रेफर करना पडा। इसके अलावा अस्पताल मे महिला रोगो के लिए महिला चिकित्सक का इंतजार है।
दवाईयो का टोटा मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना मे अस्पताल मे दवाईयो की कमी होने से मरीजो को कई दवाईयां बहार से खरीदनी पडती है। अस्पताल फार्मासिस्ट ने बताया कि अस्पताल मे १७५ तरह की दवाईयां हि उपलब्ध है। प्रमुख तोर पर काम आने वाले आईवी सेट,एंटीबायटिक इंजेक्शन,सींरीज,बेन्डेड,कॉटन उपलब्ध नही है। पेट दर्द की एन्टाइसिंड सीरप व उल्टी दस्त की दवाईयां भी उपलब्ध नही है। इस बारे मे देई सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के कार्यवाहक वरिष्ट चिकित्सा अधिकारी एलपी नागर ने बताया कि अस्पताल मे चिकित्सको के रिक्त पदो के बारे मे उच्च अधिकारियो को अवगत करवा रखा है प्रतिनियुक्तियो पर कार्यरत कार्मिको को तुरन्त भिजवाने के लिए लिख रखा है जिससे अस्पताल मे सुचारू रूप से कार्य हो सके।